खेती को उद्यम के रूप में अपनाने की आवश्यकता : डा. रमेश चंद्र यादव
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जौनपुर : कृषि विज्ञान केन्द्र बक्शा में शनिवार को रवी 2019 के संचालन
हेतु चयनित 218 मास्टर ट्रेनरों को प्रशिक्षित किया गया। उप परियोजना
निदेशक आत्मा डा. रमेश चंद्र यादव ने कहा कि सरकार किसानों की आमदनी 2022
तक दुगुनी करने का लक्ष्य दिया है, इसके लिए हमारे प्रदेश के किसानों को अब
खेती को आजीविका के साधन के रूप में नही, बल्कि उद्यम के रुप में अपनाने
की आवश्यकता है। इसमें कृषि तथा अन्य संबद्ध विभागों जैसे उद्यान,पशुपालन,
मत्स्य, मंडी का भी सहयोग किसान भाइयों को लेना होगा।
वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डा. सुरेश कुमार कन्नौजिया ने कहा कि किसानों की आय दो गुनी करने के मूल मन्त्र के रूप में लागत में कमी, उत्त्पादन में वृद्धि तथा लाभकारी विपणन है।
कृषि वैज्ञानिक डा. संदीप कुमार ने कहा कि किसानों को उनके उत्पाद का अच्छा मूल्य मिले इसके लिए किसानों को उत्पाद की सफाई, छनाई, ग्रेडिंग, प्रसंस्करण, पैकेजिंग आदि के महत्व को समझना होगा। कृषि वैज्ञानिक डा. सुरेंद्र प्रताप सोनकर ने कहा कि किसानों को उत्पादक से उद्यमी बनाने के लिए कृषक उत्पादक संगठन के गठन की दिशा में कदम बढ़ाने होंगे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता उप कृषि निदेशक जयप्रकाश तथा संचालन डिप्टी पीडी आत्मा डा. रमेश चंद्र यादव ने किया। अन्त में आभार डा. सुरेंद्र सोनकर ने ज्ञापित किया। इस मौके पर समस्त मास्टर ट्रेनर मौजूद रहे।
वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डा. सुरेश कुमार कन्नौजिया ने कहा कि किसानों की आय दो गुनी करने के मूल मन्त्र के रूप में लागत में कमी, उत्त्पादन में वृद्धि तथा लाभकारी विपणन है।
कृषि वैज्ञानिक डा. संदीप कुमार ने कहा कि किसानों को उनके उत्पाद का अच्छा मूल्य मिले इसके लिए किसानों को उत्पाद की सफाई, छनाई, ग्रेडिंग, प्रसंस्करण, पैकेजिंग आदि के महत्व को समझना होगा। कृषि वैज्ञानिक डा. सुरेंद्र प्रताप सोनकर ने कहा कि किसानों को उत्पादक से उद्यमी बनाने के लिए कृषक उत्पादक संगठन के गठन की दिशा में कदम बढ़ाने होंगे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता उप कृषि निदेशक जयप्रकाश तथा संचालन डिप्टी पीडी आत्मा डा. रमेश चंद्र यादव ने किया। अन्त में आभार डा. सुरेंद्र सोनकर ने ज्ञापित किया। इस मौके पर समस्त मास्टर ट्रेनर मौजूद रहे।