मूर्ति रखने को लेकर हंगामा, पुलिस व भाजपा नेता की सूझबूझ से मामला हुआ शांत
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जफराबाद (जौनपुर) शेख वाड़ा मोहल्ले में स्थित बाबा लाल दास के मंदिर में सोमवार को देर शाम दुर्गा माता की प्रतिमा रखने को लेकर दो पक्षों में हंगामा की स्थिति हो गई। मामले की सूचना मिलते ही तत्परता दिखाते हुए जफराबाद पुलिस तथा भाजपा नेता ने सूझबूझ से मामले का निपटारा कराया तथा आक्रोशित लोगों लोगों को समझा-बुझाकर शांत करा कर सुलह समझौता कराया।
उक्त मोहल्ले के कुछ लोग पहली बार बाबा लाल दास मंदिर में दुर्गा माता का प्रतिमा रखकर पूजन अर्चन करना चाहते थे। मंदिर से जुड़े अन्य लोगों को इस बात से ऐतराज था। मामले को लेकर बीते दिनों दोनों पक्ष के बीच बैठक हुई थी। बैठक में लिखा पढ़ी के साथ तय हुआ था कि नई मूर्ति नहीं रखी जाएगी, कलश रख कर नौ दिन पूजन करने की बात पर समझौता हुआ था। सोमवार को फैसले के विरुद्ध जाकर कुछ लोगों ने चुपके से मंदिर में मूर्ति रख दिया। सूचना होते ही दूसरे पक्ष के कार्यकर्ता तथा अन्य लोग मंदिर में पहुंचकर हंगामा करने लगे। मूर्ति हटाने की मांग करने लगे। सूचना मिलते ही जफराबाद थाना अध्यक्ष मधुप कुमार सिंह, चौकी इंचार्ज संजय सिंह व भाजपा नेता प्रवीण कुमार सिंह मौके पर पहुंच गए। समझौता के बाद भी मूर्ति रखने वालों को कड़ी फटकार लगाई। मूर्ति हटाने की जिद करने वालों को समझाया कि यदि मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा कर दी गई है तो आस्था के इस महीने में मूर्ति हटाना पाप होगा। सूझबूझ के साथ समझाये जाने पर मामले की गंभीरता को लोगो ने समझ लिया। पुलिस ने फैसला किया कि अब इस मूर्ति पूजन की जिम्मेदारी न रखने वालों की होगी, न विरोध करने वाले की। मंदिर के महंत अप्पू पंडित तथा तीसरे पक्ष की होगी। लिखा पढ़ी के साथ पुलिस ने सब कुछ तय करा दिया तब जाकर मामला शांत हुआ। यह सब करने में पुलिस को चार घंटे तक श्रद्धालुओं के बीच बैठकर पंचायत करनी पड़ी।
उक्त मोहल्ले के कुछ लोग पहली बार बाबा लाल दास मंदिर में दुर्गा माता का प्रतिमा रखकर पूजन अर्चन करना चाहते थे। मंदिर से जुड़े अन्य लोगों को इस बात से ऐतराज था। मामले को लेकर बीते दिनों दोनों पक्ष के बीच बैठक हुई थी। बैठक में लिखा पढ़ी के साथ तय हुआ था कि नई मूर्ति नहीं रखी जाएगी, कलश रख कर नौ दिन पूजन करने की बात पर समझौता हुआ था। सोमवार को फैसले के विरुद्ध जाकर कुछ लोगों ने चुपके से मंदिर में मूर्ति रख दिया। सूचना होते ही दूसरे पक्ष के कार्यकर्ता तथा अन्य लोग मंदिर में पहुंचकर हंगामा करने लगे। मूर्ति हटाने की मांग करने लगे। सूचना मिलते ही जफराबाद थाना अध्यक्ष मधुप कुमार सिंह, चौकी इंचार्ज संजय सिंह व भाजपा नेता प्रवीण कुमार सिंह मौके पर पहुंच गए। समझौता के बाद भी मूर्ति रखने वालों को कड़ी फटकार लगाई। मूर्ति हटाने की जिद करने वालों को समझाया कि यदि मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा कर दी गई है तो आस्था के इस महीने में मूर्ति हटाना पाप होगा। सूझबूझ के साथ समझाये जाने पर मामले की गंभीरता को लोगो ने समझ लिया। पुलिस ने फैसला किया कि अब इस मूर्ति पूजन की जिम्मेदारी न रखने वालों की होगी, न विरोध करने वाले की। मंदिर के महंत अप्पू पंडित तथा तीसरे पक्ष की होगी। लिखा पढ़ी के साथ पुलिस ने सब कुछ तय करा दिया तब जाकर मामला शांत हुआ। यह सब करने में पुलिस को चार घंटे तक श्रद्धालुओं के बीच बैठकर पंचायत करनी पड़ी।