हवाई जहाज से होता था पंडित जी भरत मिलाप का प्रचार
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जौनपुर। पंडित जी रामलीला समिति का ऐतिहासिक भरत मिलाप 11 अक्टुबर दिन शुक्रवार को होगा। भरत मिलाप की पुरी तैयारी कर लिया गया है। रामलीला का मंचन 23 सितम्बर से शुरू हुआ था। जो सात अक्टूबर तक चला। मंगलवार को राजा साहब के पोखरे पर रावण दहन किया गया।
पंडित जी रामलीला समिति के अध्यक्ष किशन हरलालका ने जानकारी दिया कि हमारे रामलीला की शुरूआत सन् 1922 में हुआ था। इसकी स्थापना पंडित माहित्म मिश्रा ने किया था। स्थापनाकाल से ही यहां की रामलीला और भरत मिलाप पूरे पूर्वांचल के जनपदो में मसहूर था। जौनपुर समेत पूरे पूर्वांचल के लोग रामलीला देखने के लिए आते थे।वे लोग अपने रिश्तेदारो के यहां रूकते थे। पहले प्रचार प्रसार का माध्यम कम होने के कारण 1980 तक भरत मिलाप की पर्चियां हवाई जहाज से उड़ाई जाती थी, जिससे लोगो को आसानी से भरत मिलाप की तारीख पता चल जाया करता था। यह जहाज वाराणसी के बीएचयू कैंपस में पायलेटो को टेªनिंग के लिए थी। जिसे हमारे रामलीला कमेटी के लोग एक दिन के लिए किराये पर लेकर जौनपुर समेत आसपास के जनपदो में भरत मिलाप की पर्चियां उड़वा कर प्रचार किया जाता था ।
पंडित जी रामलीला समिति के अध्यक्ष किशन हरलालका ने जानकारी दिया कि हमारे रामलीला की शुरूआत सन् 1922 में हुआ था। इसकी स्थापना पंडित माहित्म मिश्रा ने किया था। स्थापनाकाल से ही यहां की रामलीला और भरत मिलाप पूरे पूर्वांचल के जनपदो में मसहूर था। जौनपुर समेत पूरे पूर्वांचल के लोग रामलीला देखने के लिए आते थे।वे लोग अपने रिश्तेदारो के यहां रूकते थे। पहले प्रचार प्रसार का माध्यम कम होने के कारण 1980 तक भरत मिलाप की पर्चियां हवाई जहाज से उड़ाई जाती थी, जिससे लोगो को आसानी से भरत मिलाप की तारीख पता चल जाया करता था। यह जहाज वाराणसी के बीएचयू कैंपस में पायलेटो को टेªनिंग के लिए थी। जिसे हमारे रामलीला कमेटी के लोग एक दिन के लिए किराये पर लेकर जौनपुर समेत आसपास के जनपदो में भरत मिलाप की पर्चियां उड़वा कर प्रचार किया जाता था ।