प्रेरणा एप के विरोध में कलेक्ट्रेट में गरजे परिषदीय शिक्षक
https://www.shirazehind.com/2019/09/blog-post_67.html
जौनपुर। प्रेरणा
एप के विरोध में बुधवार को कलेक्ट्रेट परिसर में शिक्षकों का जनसैलाब उमड़
पड़ा। कलेक्ट्रेट परिसर दिनभर परिषदीय शिक्षकों के बुलन्द आवाज व हुंकार
से गूंजता रहा। एप के विरोध में शिक्षकों ने धरना प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री
के नाम जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। बारिश के बावजूद भी धरना स्थल से कोई
भी शिक्षक नही हटा।
एप पर
रोक लगाने व बाइस सूत्रीय मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट परिसर जुटे हजारो की
संख्या में परिषदीय विद्यालयों के शिक्षक व शिक्षिकाओं ने बुलंद आवाज में
नारेबाजी करते हुए शासन-प्रशासन को चेतावनी दी कि अगर उनकी अनदेखी हुई तो
संघ बड़े आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक
संघ के आह्वान पर प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष अमित कुमार सिंह के
नेतृत्व में कलेक्ट्रेट परिसर में दिन में दस बजे से ही परिषदीय विद्यालयों
के शिक्षक, शिक्षिकाओं का जमावड़ा शुरू हो गया। लगभग एक घंटे में ही पूरा
कलेक्ट्रेट परिसर शिक्षकों के भारी हुजूम से खचाखच भर गया। उमस भरी धूप के
बावजूद भी धरना में शामिल होने के लिए जिले के कोने- कोने से हजारों की
संख्या में शिक्षक जुट गए। स्थिति ऐसी हो गई कि कलेक्ट्रेट में चारो तरफ
सिर्फ शिक्षक ही शिक्षक दिखाई पड़ रहे थे।
धरनें
को सम्बोधित करते हुए जिलाध्यक्ष अमित सिंह ने कहा कि यह एप पूरी तरह
शिक्षक विरोधी है। इसके आने से विशेषकर महिला शिक्षकों की निजता का हनन
होगा। यह उनके मूल अधिकारों का हनन है। उन्होंने कहा कि शिक्षक समाज पूरी
लगन, निष्ठा एवं परिश्रम के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहा है। इसके
बावजूद शिक्षकों को संदेह की दृष्टि से देखा जा रहा है, जो कि बहुत गलत
है। प्रेरणा एप पूरी तरह से शिक्षक समाज के सम्मान के विरुद्ध है। पूर्व
माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष सुशील उपाध्याय व प्राथमिक शिक्षक संघ
के जिलामंत्री संजय सिंह ने कहा कि शिक्षक वर्ग पूरी तरह से इस एप के विरोध
में है। इसके अस्तित्व में आने से शिक्षकों का मान हनन होगा, इसलिए हर हाल
में इस पर रोक लगाना अनिवार्य हो जाता है। कहा कि जब तक सरकार इसको लेकर
कोई संतुष्टिपूर्ण उत्तर नहीं मिल जाता, शिक्षकों द्वारा किया जा रहा विरोध
जारी रहेगा। राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित अवकाश प्राप्त शिक्षक विजय
बहादुर सिंह ने कहा कि इस एप के विरोध में सभी शिक्षक संगठन एकजुट होकर
विरोध करे। जिला उपाध्यक्ष राजेश टोनी व सन्तोष सिंह बघेल ने कहा कि सरकार
एक सोची समझी साजिश के तहत बेसिक विभाग के शिक्षकों को बदनाम करने की नियति
से प्रेरणा एप लेकर आई है। यदि सरकार की नियति साफ होती तो प्रेरणा एप को
सरकारी एप घोषित करे। संचालन कर रहे संगठन मंत्री अश्विनी सिंह ने कहा कि
शिक्षकों के कार्य एवं ब्यवहार पर प्रश्नचिन्ह खड़ा किया जाना न्यायोचित नही
है। सरकार के इस तुगलगी फरमान को कोई भी शिक्षक नही मानेगा। महिला मोर्चा
की जिलाध्यक्ष अर्चना सिंह ने कहा कि जिले ही नही प्रदेश का कोई भी शिक्षक
इस एप को डाउनलोड नही करेगा। सरकार शिक्षको को प्राप्त होने वाली सुविधाओं
पर कुठाराघात कर रही है।
वक्ताओं
में माध्यमिक वित्तविहीन शिक्षक महासभा के प्रांतीय प्रधान महासचिव फौजदार
सिंह 'अखिलेश' राजेश सिंह मुन्ना, उमेश यादव, सुधीर सिंह, उदय सिंह, ब्लाक
अध्यक्ष सरोज सिंह, डा. हेमंत सिंह, अतुल प्रताप सिंह, सतीश सिंह, अजय
सिंह, आलोक रघुबंशी, शैलेंद्र सिंह, राजीव रत्नम तिवारी, संजय सिंह
केराकत, डा.अभिषेक सिंह, धीरज कश्यप, भूपेश सिंह, राम सिंह राव, राजीव मणि
त्रिपाठी, दिवाकर चौहान, दिनेश प्रताप सिंह, डा. गिरीश, डा. सतीश पाठक,
सर्वजीत श्रीवास्तव, मृत्युंजय सिंह, राजीव सिंह लोहिया, धीरेंद्र यादव,
मुन्नालाल यादव, प्रशांत पांडेय, राम कृपाल यादव, राकेश कुमार, सर्वजीत आदि
प्रमुख रहे।
इस अवसर पर
अवन्तिका सिंह, प्रतिभा सिंह, अंकिता सिंह, नीतू, रेखा यादव, ज्योति,
बन्दना सरकार, मीरा, अंजू, प्रीति, रीना, विभा, ऋचा, साधना विन्द, सौम्या,
निशा मिश्रा, बबिता, धानमनी, इन्द्रकला, ममता श्रीवास्तव, ममता गुप्ता,
सीमा चौबे, रागिनी सिंह सहित सैकड़ों महिला शिक्षिकाएं मौजूद रही।