यज्ञोपवीत संस्कार के साथ सम्पन्न हुआ नव योग साधक सम्मान समारोह
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जौनपुर। भारत की प्राचीनतम विरासत योग व यज्ञ का सामंजस्य उच्चतम कोटि की
साधना पद्धति के साथ एक बेहतर चिकित्सा पद्धति भी है जो पर्यावरण को
संतुलित रखने के साथ हर तरह की साध्य व असाध्य बीमारियों से छुटकारा दिलाने
में सक्षम है। उक्त बातें सेवईनाला स्थित सीएल पब्लिक स्कूल में नव योग
साधकों के सम्मान समारोह में यज्ञोपवीत संस्कार के दौरान मुख्य अतिथि जिला
पंचायत अध्यक्ष राज बहादुर यादव ने कही। विशिष्ट अतिथि खण्ड शिक्षा अधिकारी
संजय यादव ने बताया कि स्वास्थ्य हर व्यक्ति का जन्म सिद्ध अधिकार है।
जरूरी है कि योग की इस विधा को बचपन से ही बच्चों के संस्कारों में समाहित
कर दिया जाय। पतंजलि योग समिति के प्रान्तीय सह प्रभारी अचल हरीमूर्ति ने
बताया कि ब्लाक धर्मापुर को पूर्णतः योग से आच्छादित करने के उद्देश्य के
तहत 50 दिनों से अधिक समय तक भिन्न-भिन्न स्थलों पर लोगों को योग के
क्रियात्मक एवं सैद्धांतिक पक्षों का विधिवत प्रशिक्षण दिया गया। इस अवसर
पर धर्मेन्द्र यादव, लाल साहब, रविचन्द्र, देवेन्द्र श्रीवास्तव, लालजी
यादव सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।