मड़ियाहूं कोतवाली लाकअप से तीन लुटेरे फरार, कोतवाली सहित तीन निलम्बित
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जौनपुर । मड़ियाहूं कोतवाली पुलिस की लापरवाही से गुरुवार की भोर में पाली लूट कांड के तीन आरोपी कोतवाली लापकप से फरार हो गए। लुटेरों के फरार होने पुलिस हाफने लगी। पुलिस ने लुटेरों की तलाश किया नहीं मिलने पर आनन-फानन में सूचना जिला मुख्यालय भेजी गई । वहां से जांच के लिए पहुंचे अपर पुलिस अधीक्षक संजय राय ने कोतवाली की जांच की और मुलजिम के फरार होने पर सभी को बारी-बारी से फटकार लगाई । पुलिस लुटेरे की तलाश सरगर्मी से कर रही है। लेकिन लूटेरे थाने से फरार है इसकी जानकारी देने से पुलिस से लेकर कोतवाल कतरा रहे थे। बताते है कि इन अभियुक्तों को क्राइम ब्रांच की टीम ने पकड़ कर कोतवाली पुलिस को सुपुर्द किया था। लेकिन पुलिस की लापरवाही से वे भाग गये। ज्ञात हो कि चार अगस्त रविवार की रात पाली बाजार के पास हौसला बुलंद बाइक सवार लुटेरों ने लाइन बाजार थाना क्षेत्र के बैंकर्स कॉलोनी निवासी दवा व्यवसाई भानु प्रकाश सिंह की मडियाहूं से रात 9.30 बजे तगादा कर वापस जाते समय लुटेरों ने मारपीट कर और आतंकित कर 22 हजार लूट लिया था। लूट के दौरान लुटेरों का मोबाइल छीना झपटी मे मौके पर गिर पड़ा था। उसी मोबाइल नंबर के आधार पर क्राइम ब्रांच की टीम ने दिन-रात एक कर तीन दिन पूर्व लूट कांड में तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर कोतवाली पुलिस को दिया था। सूत्रों का माना जाए तो इनमें संजय पटेल बाबतपुर ,मन्ने उर्फ सलीम शेख सिरौली थाना रामपुर व रुस्तम थाना गौराबादशाहपुर को क्राइम ब्रांच ने पूछताछ करने के बाद मड़ियाहूं कोतवाली को दिया । बुधवार को रोज की तरह पुलिस ने रात इन तीनों लुटेरों को लाकअप में अन्य बन्दियांें के साथ बंद कर दरवाजे में हथकड़ी लगा दी । रात 12 से 3 बजे के पहरे में होमगार्ड त्रिपुरारी शंकर व रामेश्वर राजभर लगाए गए थे। समय समाप्त होने पर उसे 3 बजे से 6 बजे के पहरे पर ड्यूटी चेंज होने पर लापअप में बन्दियों के मिलान के लिए देखा तो तीन ही कैदी थे उसने मुंशी उमाशंकर पाल को बताया कि लाकअप में तीन कैदी हैं इतना सुनते ही मुंशी दौड़ कर जेल में देखा तो तीन ही कैदी थे तीन फरार थे। जेल के दरवाजे की हथकड़ी खुली थी। घटना की सूचना होते ही कोतवाली में अफरा-तफरी मच गई पुलिस जीप बाइक से पूरे नगर में हाईवे तिराहे चैराहों पर तलाशी शुरू कर दी मगर लुटेरों का कहीं पता नहीं चला। पूरे दिन मडियाहू पुलिस व अन्य थानों की पुलिस भागती दौड़ती नजर आई मगर पुलिस मीडिया से बात करने से कतराती रही।
कोतवाली के लाकअप से फरार तीन लुटेरों के मामले में पुलिस अधीक्षक बिपिन कुमार मिश्रा ने शुक्रवार को मड़ियाहूं कोतवाली प्रभारी निरीक्षक सुरेंद्र सिंह, उपनिरीक्षक आशुतोष गुप्ता एवं कार्यालय पर कार्यरत मुंशी उमाशंकर पाल को निलंबित कर दिया गया है। वहां की सुरक्षा में तैनात होमगार्ड त्रिपुरारी यादव रामेश्वर यादव के विरुद्ध विभाग ने होमगार्ड कमांडेड को कार्रवाई करने के लिए पत्र भेजा है। 4 अगस्त को दवा व्यवसाई से हुई लूट कांड में मोबाइल के जरिए पकड़े गए इन तीन लुटेरे को क्राइम ब्रांच ने बीते गुरुवार को मड़ियाहूं कोतवाली पुलिस के हवाले किया था । पुलिस मामले की खुलासा तो कर नहीं सकी लेकिन यह लुटेरे बीती रात चकमा देकर जेल का लॉकअप तोड़कर फरार हो गए । इसकी सूचना जैसे ही पुलिस महकमे में हुई अफरा तफरी मच गयी। मीडिया से यह बात छिपाने का पूरा प्रयास किया गया। लेकिन जैसे ही दिन बीतता गया लुटेरे पुलिस की पकड़ से दूर जाते गए । पत्रकारों ने पुलिस अधीक्षक बिपिन कुमार मिश्रा से गुरुवार की रात 10 बजे तक इस बारे में कुछ नहीं बताया । कोतवाली से जैसे ही भोर में लुटेरे भागे वैसे ही पूरे कोतवाली क्षेत्र को पता चल सका था गया था कि तीन शातिर लुटेरे पुलिस के चकमा देकर फरार हो गए हैं फिर भी पुलिस अपनी गर्दन बचाने के लिए यह छिपाती रही ।
कोतवाली के लाकअप से फरार तीन लुटेरों के मामले में पुलिस अधीक्षक बिपिन कुमार मिश्रा ने शुक्रवार को मड़ियाहूं कोतवाली प्रभारी निरीक्षक सुरेंद्र सिंह, उपनिरीक्षक आशुतोष गुप्ता एवं कार्यालय पर कार्यरत मुंशी उमाशंकर पाल को निलंबित कर दिया गया है। वहां की सुरक्षा में तैनात होमगार्ड त्रिपुरारी यादव रामेश्वर यादव के विरुद्ध विभाग ने होमगार्ड कमांडेड को कार्रवाई करने के लिए पत्र भेजा है। 4 अगस्त को दवा व्यवसाई से हुई लूट कांड में मोबाइल के जरिए पकड़े गए इन तीन लुटेरे को क्राइम ब्रांच ने बीते गुरुवार को मड़ियाहूं कोतवाली पुलिस के हवाले किया था । पुलिस मामले की खुलासा तो कर नहीं सकी लेकिन यह लुटेरे बीती रात चकमा देकर जेल का लॉकअप तोड़कर फरार हो गए । इसकी सूचना जैसे ही पुलिस महकमे में हुई अफरा तफरी मच गयी। मीडिया से यह बात छिपाने का पूरा प्रयास किया गया। लेकिन जैसे ही दिन बीतता गया लुटेरे पुलिस की पकड़ से दूर जाते गए । पत्रकारों ने पुलिस अधीक्षक बिपिन कुमार मिश्रा से गुरुवार की रात 10 बजे तक इस बारे में कुछ नहीं बताया । कोतवाली से जैसे ही भोर में लुटेरे भागे वैसे ही पूरे कोतवाली क्षेत्र को पता चल सका था गया था कि तीन शातिर लुटेरे पुलिस के चकमा देकर फरार हो गए हैं फिर भी पुलिस अपनी गर्दन बचाने के लिए यह छिपाती रही ।