प्रभावशाली कवि और प्रखर वक्ता थे बाजपेयी
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जौनपुर। पूर्व प्रधानमन्त्री भारतरत्न अटल बिहारी बाजपेयी की प्रथम पुण्यतिथि पर भारतीय जनता पार्टी जिला कार्यालय पर शोकसभा को सम्बोधित करते हुए पूर्व जिलाध्यक्ष हरिश्चन्द्र सिंह ने बताया श्री वाजपेयी एक प्रभावशाली कवि और प्रखर वक्ता थे। एक नेता के तौर पर वे अपनी साफ छवि, लोकतांत्रिक, और उदार विचारों के लिये जाने गए । सन 2015 मे उन्हे भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित किया गया। वाजपेयी का जन्म मध्यप्रदेश के ग्वालियर में 25 दिसंबर 1924 को हुआ। वह अपने पिता कृष्ण बिहारी वाजपेयी और माता कृष्णा देवी के सात बच्चों में से एक थे। उनके पिता एक विद्वान और स्कूल शिक्षक थे। अपनी प्रारंभिक शिक्षा पूरी करने के बाद आगे की पढ़ाई के लिए वाजपेयी लक्ष्मीबाई कॉलेज और कानपुर में डीएवी कॉलेज चले गए। यहां से उन्होंने अर्थशास्त्र विषय में स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त की। आगे की पढ़ाई के लिए उन्होंने लखनऊ से आवेदन भरा लेकिन अपनी पढ़ाई जारी नहीं कर पाए। उन्होंने आरएसएस द्वारा प्रकाशित पत्रिका में बतौर संपादक नौकरी किया। पूर्व विधायक सुरेन्द्र सिंह ने बताया की 1942 में ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ में भाग लेने के कारण वह अन्य नेताओं के साथ गिरफ्तार कर लिए गए। इसी समय उनकी मुलाकात श्यामा प्रसाद मुखर्जी से हुई, जो भारतीय जनसंघ यानी बी.जे.एस. के नेता थे। उनके राजनैतिक एजेंडे में वाजपेयी ने सहयोग किया। स्वास्थ्य समस्याओं के चलते मुकर्जी की जल्द ही मृत्यु हो गई और बी.जे.एस. की कमान वाजपेयी ने संभाली और इस संगठन के विचारों और एजेंडे को आगे बढ़ाया। पूर्व जिलाध्यक्ष ईश्वरदेव सिंह,अशोक श्रीवास्तव ने बताया की 1977 में जब मोरारजी देसाई की सरकार बनी,वाजपेयी को विदेश मंत्री बनाया गया। दो वर्ष बाद उन्होंने चीन के साथ संबंधों पर चर्चा करने के लिए वहां की यात्रा की। भारत पाकिस्तान के 1971 के युद्ध के कारण प्रभावित हुए भारत-पाकिस्तान के व्यापारिक रिश्ते को सुधारने के लिए उन्होंने पाकिस्तान की यात्रा कर नई पहल की। जब जनता पार्टी ने आर.एस.एस. पर हमला किया, तब उन्होंने 1979 में मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। उक्त अवसर पर किरन श्रीवास्तव ,पंकज मिश्रा ,अजित प्रजापति ,जनार्दन सिंह ,संदीप तिवारी,अमित श्रीवास्तव,धर्मपाल चैधरी,भूपेंद्र सिंह,मनोज दुबे,पीयूष गुप्ता,अभय राय,दिव्यांशु सिंह ,प्रमोद यादव,धनंजय सिंह,सुनील गुप्ता,रामहित निषाद,अजय यादव,अतुल पाण्डेय,रोहन सिंह,राजकुमार पाण्डेय,सरस गौड़,सुधान्सू सिंह,विपिन सिंह सुद्दू,राजवीर दुर्गवन्शी आदि उपस्थित रहे।