निष्ठा व आनन्दमयी अनुभव होता है पौधरोपणः राघवेन्द्र प्रताप
https://www.shirazehind.com/2019/07/blog-post_905.html?m=0
जौनपुर।
पौधरोपण का कार्य बहुत ही पुण्य का काम होता है। यह कार्य भावना, निष्ठा व
आनन्दमयी अनुभव से ओत-प्रोत होता है। उक्त बातें रामसूरत सिंह शिक्षण
प्रशिक्षण संस्थान महरूपुर में आयोजित पौधरोपण कार्यक्रम के दौरान
प्रशिणार्थियों को सम्बोधित करते हुये प्रबंधक राघवेन्द्र प्रताप सिंह ने
कही। उन्होंने आगे कहा कि हमारी सभ्यता एवं संस्कृति में पेड़ों का विशेष
महत्व रहा है। वे देवतुल्य माने गये हैं। पौधरोपण के साथ पर्यावरण की
सुरक्षा भी हमारा कर्तव्य है। इस दौरान उन्होंने सभी प्रशिक्षणार्थियों को
पर्यावरण को संरक्षित करने का संकल्प दिलाया। इसी क्रम में प्राचार्य डा.
मनोज निषाद ने कहा कि वर्षाकाल प्रारम्भ होते ही देश भर में पौधरोपण के
आयोजन होने लगते हैं जो वृक्षारोपण के नाम से ज्यादा प्रचलित हैं। पिछले
10-15 वर्षों में यदि ये आयोजन पेड़ों से लगाव पैदाकर नैतिक जिम्मेदारी से
किये जाते तो शायद घटती हरियाली का संकट इतना गम्भीर नहीं होता। इस अवसर पर
प्रवक्ता अजय कुमार, देवेन्द्र सिंह, सौरभ दास, चन्दन सिंह, विजयलक्ष्मी
गुप्ता, रूपम सिंह, प्रिया सिंह, उमाकान्त गिरि, पूजा, पूनम, उमेश सिंह
सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।