गौशालाओ में दर्जनों पशुओ की मौत
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जौनपुर। अस्थायी गौशालाओ में रखे गये आवारा पशुओं के लिए खाने पीने की समुचित व्यवस्था न होने और खुले आसमान के नीचे रहने के कारण बारिश की पानी में भीगने से अब तक दर्जनो पशुओ की मौत हो गयी है। यह मामला सामने आते ही आम जनता में सनसनी फैल गयी है। लोग सरकार और जिम्मेदार अधिकारियों को कोश रहे है। हलांकि डीएम ने मात्र पांच पशुओ की मौत को स्वीकार करते हुए जांच के आदेश दिया है।
योगी सरकार बनने के बाद प्रदेश भर के अवैध स्लाटर हाऊसों में ताला बंद कर दिया है। स्लाटर हाऊस बंद होने से गांव से लेकर शहर की गलियों तक आवारा पशुओ की बाढ़ आ गयी। ये जनवर अपनी भूख मिटाने के लिए किसानो की फसलो को अपना निवाला बनाने लगे जिसके कारण किसान खुद भूखमरी के कगार पहुंच गये। आनन फानन सरकार ने इन पशुओ के लिए अस्थायी गौशाला बनाकर उसमें सभी आवारा पशुओ को रखने और खाने पीने का इंतजाम करने का आदेश दिया। इसकी जिम्मेदारी पशुपालन विभाग को दी गयी। विभाग ने ग्राम प्रधान के माध्यम से जनवरो को खाने पीने का जिम्मा सौपा गया। लेकिन सरकार द्वारा प्रयाप्त मात्रा में पैसा न मिलने के कारण भूख से पशुओ की मौत होने लगी इसी बीच चार दिन से शुरू हुई बारिश में भीगने से मरने का सिलसिला शुरू हो गया है। इसकी जमीनी तहकीकात के लिए नगर के कृषि भवन में बनाये गये स्थायी गौशाला का जायजा लिया गया तो मौके पर आधा दर्जन पशु मृत दिखे। इसी तरह केराकत तहसील के डोभी ब्लाक के उमरी गांव में बनाये गये गौशाला में आधा दर्जन पशुओ के मौत की खबर मिली है। स्थानीय जनता का आरोप है कि प्रतिदिन जनवरो के मौत का सिलसिला जारी है रात के अंधरे में मरे हुए पशुओ को जेसीबी मशीन से जमीन में दफ्न कर दिया जाता है।
योगी सरकार बनने के बाद प्रदेश भर के अवैध स्लाटर हाऊसों में ताला बंद कर दिया है। स्लाटर हाऊस बंद होने से गांव से लेकर शहर की गलियों तक आवारा पशुओ की बाढ़ आ गयी। ये जनवर अपनी भूख मिटाने के लिए किसानो की फसलो को अपना निवाला बनाने लगे जिसके कारण किसान खुद भूखमरी के कगार पहुंच गये। आनन फानन सरकार ने इन पशुओ के लिए अस्थायी गौशाला बनाकर उसमें सभी आवारा पशुओ को रखने और खाने पीने का इंतजाम करने का आदेश दिया। इसकी जिम्मेदारी पशुपालन विभाग को दी गयी। विभाग ने ग्राम प्रधान के माध्यम से जनवरो को खाने पीने का जिम्मा सौपा गया। लेकिन सरकार द्वारा प्रयाप्त मात्रा में पैसा न मिलने के कारण भूख से पशुओ की मौत होने लगी इसी बीच चार दिन से शुरू हुई बारिश में भीगने से मरने का सिलसिला शुरू हो गया है। इसकी जमीनी तहकीकात के लिए नगर के कृषि भवन में बनाये गये स्थायी गौशाला का जायजा लिया गया तो मौके पर आधा दर्जन पशु मृत दिखे। इसी तरह केराकत तहसील के डोभी ब्लाक के उमरी गांव में बनाये गये गौशाला में आधा दर्जन पशुओ के मौत की खबर मिली है। स्थानीय जनता का आरोप है कि प्रतिदिन जनवरो के मौत का सिलसिला जारी है रात के अंधरे में मरे हुए पशुओ को जेसीबी मशीन से जमीन में दफ्न कर दिया जाता है।