कोषागार से मानदेय की मांग को लेकर शिक्षकों ने भरी हुंकार
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जौनपुर। कोषागार से मानदेय की मांग व बोर्ड परीक्षा शुल्क बढ़ाये जाने के
विरोध में उत्तर प्रदेश माध्यमिक वित्तविहीन शिक्षक महासभा के बैनर तले
शुक्रवार को वित्तविहीन शिक्षकों ने जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पर
धरना-प्रदर्शन किया। साथ ही आर-पार की लड़ाई का एलान करते हुये मुख्यमंत्री
के नाम सम्बोधित मांगों का ज्ञापन जिला विद्यालय निरीक्षक को सौंपा।
धरनास्थल पर आयोजित सभा के मुख्य अतिथि प्रदेश महासचिव व वाराणसी शिक्षक
निर्वाचन क्षेत्र के प्रत्याशी डा. कृष्ण मोहन यादव ने कहा कि लम्बे समय से
प्रदेश के 21 हजार वित्तविहीन स्कूलों में कार्यरत साढ़े 3 लाख शिक्षकों को
समान कार्य के लिये समान वेतन देने की मांग हो रही है जिसे सरकार अभी तक
पूरा नहीं की। उन्होंने कहा कि सरकार मान्यता की धारा में संशोधन करते हुये
शिक्षकों की सेवा, सुरक्षायुक्त सेवा नियमावली बनाकर पूर्णकालिक शिक्षकों
का दर्जा देते हुये उन्हें हर माह 15 हजार रूपये राजकीय कोषागार से मानदेय
सीधे खाते में दिया जाय। अध्यक्षता करते हुये महासभा के प्रान्तीय प्रधान
महासचिव व वाराणसी स्नातक क्षेत्र से एमएलसी प्रत्याशी फौजदार सिंह ने कहा
कि मानदेय के लिये सरकारों की ओर से लगातार आश्वासन दिया गया लेकिन उनकी
मांगों को नजरअंदाज किया जा रहा है। अब इस मसले पर संगठन चुप नहीं बैठेगा।
अन्त में शिक्षकों ने मुख्यमंत्री के नाम सम्बोधित मांगों का ज्ञापन जिला
विद्यालय निरीक्षक डा. बृजेश मिश्रा को सौंपा। इस अवसर पर शिक्षक महासभा के
जिलाध्यक्ष राजेश मिश्रा, प्रधानाचार्य महासभा के जिलाध्यक्ष जिलाध्यक्ष
प्रकाश चन्द्र पाल, प्रबन्धक महासभा के जिलाध्यक्ष नन्हकऊ गुप्ता, तदर्थ
शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष तिलकराज सिंह, श्यामधर मिश्रा, विकास सिंह, जय
प्रकाश यादव, सुनील शुक्ला, नीरज सिंह, सुरेन्द्र दुबे, सूरज सिंह, ज्वाला
सिंह, आनन्द यादव सहित तमाम लोग उपस्थित रहे। धरना-प्रदर्शन का संचालन शरद
सिंह ने किया।