महिलाओ का छह लाख रूपये लेकर भगा संचालक
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जौनपुर। सुइथाखुर्द गांव में एक प्राइवेट कंपनी के बैनर तले चलाए जा
रहे स्वयं सहायता समूह के संचालक पर महिला सदस्यों ने छह लाख रुपये लेकर
भाग जाने का आरोप लगाते हुए खुटहन थाने में तहरीर दी है। पुलिस एफआइआर दर्ज
किए बगैर मामले की तहकीकात में जुटी है।
शनिवार को दी गई तहरीर के मुताबिक गांव निवासी अनिल गुप्ता ने पास-पड़ोस की दर्जन भर महिलाओं को मिलाकर स्वयं सहायता समूह बनाया। समूह का बैंक में खाता खोलवा दिया। खाते में सदस्य हर महीने पांच-पांच हजार हजार रुपये जमा करने लगीं। सात माह तक सभी सदस्य अपने पैसे समूह संचालक के माध्यम से जमा करते रहे। तब तक सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था। बाद में संचालक ने सन्नो देवी, चंद्रावती व चमेला से साठ-साठ हजार, शोभावती से तीस हजार, निर्मला से एक लाख दस हजार, रामरत्ती देवी से एक लाख व दो अन्य सदस्यों से भी एक-एक लाख रुपये इस शर्त के साथ लिए कि वह इनकी किस्तें जमा करता रहेगा। कई माह बीतने के बाद भी जब किसी की एक भी किस्त जमा नहीं हुई तो सभी सदस्य अनिल गुप्ता पर पैसे वापस करने के लिए दबाव बनाने लगे। आरोप है कि पहले तो वह लोगों को एक-दो दिन में रुपये जमा करने की बात कहकर टरकाता रहा। ऐसे ही जब कई महीने बीत गए तो सामूहिक रूप से दबाव बनाने पर एक माह पूर्व बीबी-बच्चों संग गांव से लापता हो गया। काफी खोजबीन के बाद भी उसका पता नहीं चल रहा है। थानाध्यक्ष ने कहा तहरीर मिली है। मामले की छानबीन की जा रही है।
शनिवार को दी गई तहरीर के मुताबिक गांव निवासी अनिल गुप्ता ने पास-पड़ोस की दर्जन भर महिलाओं को मिलाकर स्वयं सहायता समूह बनाया। समूह का बैंक में खाता खोलवा दिया। खाते में सदस्य हर महीने पांच-पांच हजार हजार रुपये जमा करने लगीं। सात माह तक सभी सदस्य अपने पैसे समूह संचालक के माध्यम से जमा करते रहे। तब तक सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था। बाद में संचालक ने सन्नो देवी, चंद्रावती व चमेला से साठ-साठ हजार, शोभावती से तीस हजार, निर्मला से एक लाख दस हजार, रामरत्ती देवी से एक लाख व दो अन्य सदस्यों से भी एक-एक लाख रुपये इस शर्त के साथ लिए कि वह इनकी किस्तें जमा करता रहेगा। कई माह बीतने के बाद भी जब किसी की एक भी किस्त जमा नहीं हुई तो सभी सदस्य अनिल गुप्ता पर पैसे वापस करने के लिए दबाव बनाने लगे। आरोप है कि पहले तो वह लोगों को एक-दो दिन में रुपये जमा करने की बात कहकर टरकाता रहा। ऐसे ही जब कई महीने बीत गए तो सामूहिक रूप से दबाव बनाने पर एक माह पूर्व बीबी-बच्चों संग गांव से लापता हो गया। काफी खोजबीन के बाद भी उसका पता नहीं चल रहा है। थानाध्यक्ष ने कहा तहरीर मिली है। मामले की छानबीन की जा रही है।