जिला बाल संरक्षण समिति की बैठक में कई मुद्दों पर हुई चर्चा
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जौनपुर। जिला बाल संरक्षण समिति की बैठक अध्यक्ष जिला पंचायत अध्यक्ष राज
बहादुर यादव एवं सह अध्यक्ष जिला बाल संरक्षण समिति/जिलाधिकारी अरविन्द
मलप्पा बंगारी की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में हुई। इस मौके पर
सर्वप्रथम जिला प्रोबेशन अधिकारी संतोष सोनी ने पिछली बैठक की कार्यवृत्त
पर अनुपालन आख्या प्रस्तुत किया जिसके बाद निर्धारित एजेण्डे बिन्दु पर
चर्चा करते हुये चाइल्ड लाइन के बारे में समिति द्वारा चर्चा की गयी। इस
दौरान जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि चाइल्ड लाइन इण्डिया फाउण्डेशन से
जिला प्रोबेशन अधिकारी वार्ता करें एवं हर हाल में चयनित पात्र संस्था
द्वारा जनपद में संचालन शुरू किया जाय। जनपद में राज्य संप्रेषण खोले जाने
पर चर्चा करते हुये जिला प्रोबेशन अधिकारी ने बताया कि नगर से सटे
कुल्हनामऊ गांव में चयनित जमीन पर स्वीकृति अभिलेख निर्माण हेतु निदेशालय
महिला कल्याण को प्रस्ताव प्रेषित किया जाय एवं आवश्यक कार्यवाही पूर्ण
करायी जाय। इसी क्रम में उन्होंने स्पान्सरशिप पर चर्चा करते हुये समिति को
बताया कि हमारे विभाग द्वारा स्पान्सरशिप योजना के तहत पिछले वित्तीय वर्ष
में 6 बच्चों को योजना का लाभ दिया गया जिनमें से सभी बच्चों को 2000
प्रतिमाह दिया गया। इस बार स्पान्सरशिप योजना का चयन करने हेतु जिलाधिकारी
की तरफ से समस्त खण्ड विकास अधिकारी, समस्त बाल विकास परियोजना अधिकारी,
ब्लाक स्तरीय बाल संरक्षण समिति को पत्र प्रेषित किया गया है। जिलाधिकारी
ने निर्देश दिया कि स्पान्सरशिप योजना के तहत बच्चों के चिन्हाकन का कार्य
ब्लाक स्तरीय बाल संरक्षण समिति के अलावा पुलिस विभाग, मीडिया एवं
जनप्रतिनिधियों से भी नाम का प्रस्ताव मांग लिया जाय एवं उनकी दो स्तरीय
जांच करा ली जाय। अगर संभव हो तो उन्हें स्वीकृत भी कर दिया जाय। कल्याण
समिति के अध्यक्ष अनिल यादव ने बताया कि बाल श्रम में मुक्त 18 बच्चों के
परिवारों का समिति द्वारा श्रम विभाग के सहयोग से श्रमिक रजिस्ट्रेशन कराया
गया एवं उनका प्रमाण पत्र उपलब्ध कराया गया। संस्था में आवासीय बच्चों के
सम्बन्ध में समीक्षा करते हुये जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि संस्था में
ज्यादा दिन तक बच्चे संरक्षित न रहे। उनके परिवारों से बात करें एवं उनकी
काउंसलिंग करें। किसी भी स्थिति में बच्चों को परिवार में उपलब्ध अवश्य
कराया जाय। इसके लिये ब्लाक स्तरीय बाल संरक्षण समिति के पदाधिकारी खण्ड
विकास अधिकारी, बाल विकास परियोजना अधिकारी, थाने के बाल कल्याण अधिकारी,
सहायक विकास अधिकारी, पंचायत खण्ड शिक्षा अधिकारी, चिकित्सा अधिकारी के साथ
स्वयंसेवी संगठनों का सहयोग लिया जाय। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि जिला
बाल संरक्षण अधिकारी मुझसे, जिला प्रोबेशन अधिकारी एवं जिला बाल संरक्षण
इकाई के बाल संरक्षण अधिकारी, आरक्षी अधीक्षक, प्रभारी अधिकारी विशेष किशोर
पुलिस यूनिट, क्षेत्राधिकारी सदर सुशील सिंह से समन्वय करके हर क्राइम
मीटिंग में प्रतिभाग करें एवं बच्चों के मुद्दों पर थानाध्यक्षों से बात
करें। इसमें सामंजस्य हेतु बाल सुरक्षा सलाहकार नीरज शर्मा को जिलाधिकारी
ने निर्देशित किया कि बैठक सुनिश्चित कराकर जिला प्रोबेशन अधिकारी एवं
क्राइम मीटिंग में सुनिश्चित करायेंगे। वहीं मुक्त कराये गये बच्चों के
एल्बम पुनर्वासन में सहयोग हेतु जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि जिला बेसिक
शिक्षा अधिकारी के माध्यम से बच्चों का विद्यालय में लाया जाय। पुनर्वासन
सुनिश्चित कराने के साथ ही इनसे आवश्यक सहयोग प्राप्त किया जाय। साथ ही
बच्चों की समीक्षा करते हुये जिलाधिकारी ने कहा कि जो भी भूला-भटका,
खोया-पाया बच्चा प्राप्त होता है, उसे बाल कल्याण समिति एवं पुलिस आधार
सेण्टर पर ले जायेगी और आधार बनवायेगी। यदि आधार बना है तो उससे उनका पहचान
सुनिश्चित करेगी। इस हेतु हमारी तरफ से आधार कार्ड हेतु नामित एजेंसी को
जिला प्रोबेशन अधिकारी पत्र प्रेषित करायेगा। वहीं जिला पंचायत अध्यक्ष राज
बहादुर यादव ने कहा कि हमारी बैठक नियमित रहे और हम यह देखें कि हर 3 मास
पर हमारी बैठक सुनिश्चित हो। बच्चों के लिये कहीं भी कोई आवश्यकता होगी तो
हम सामाजिक सहयोग से कार्य को सुनिश्चित करायेंगे। इस अवसर पर मुख्य विकास
अधिकारी गौरव वर्मा, एसीजेएम प्रथम/प्रधान मजिस्ट्रेट किशोर न्याय बोर्ड
पीसी शुक्ला, जिला विद्यालय निरीक्षक डा. बृजेश मिश्रा, राजस्व निरीक्षक
राकेश कुमार, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डा. राजेन्द्र सिंह, जिला
कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास एवं पुष्टाहार दीपक चौबे, आरके प्रसाद अधिशासी
अधिकारी नगर पालिका परिषद जौनपुर, सुशील सिंह क्षेत्राधिकारी सदर, मुख्य
चिकित्सा अधिकारी डा. रामजी पाण्डेय, राज्य की रेलवे पुलिस प्यारे लाल
सोनकर, प्रभारी जिला पंचायत राज अधिकारी सुभाष चन्द्र मिश्रा, आनन्द
प्रेमधन, ममता श्रीवास्तव, परिवीक्षा अधिकारी विदिशा, परामर्शदाता मुरलीधर
गिरी, सुधा सोनकर, सहायक आंकड़ा प्रविष्ट प्रचालक केदारनाथ प्रजापति, राकेश
श्रीवास्तव सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।