महिला की गला रेतकर दुधमुहे बेटे को अगवा करने का प्रयास
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जौनपुर। मीरगंज थाना क्षेत्र के चौकीकलां गांव में सोमवार की रात चौकीकला गांव में
वाहन सवार हमलावरों ने घर में सो अधेड़ महिला की गला रेतकर दिव्यांग महिला के दुधमुहे बेटे को अगवा करने का
प्रयास किया। ग्रामीणों ने घेराबंदी कर भाग रहे हमलावरों में से तीन को
स्कार्पियो सहित पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। दो भागने में सफल हो गए।
पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
जंघई-मछलीशहर मार्ग स्थित चौकीकला गांव की अधेड़ ज्ञानवती पत्नी सुरेश विश्वकर्मा बरामदे में सोई थी। रात करीब 11.30 बजे घर के सामने स्कार्पियो आकर रुकी। वाहन से उतरे एक युवक ने पानी पीने के लिए हैंडपंप पूछा। ज्ञानवती देवी वाहन सवारों के संदिग्ध नजर आने पर हल्ला मचाने लगी। वाहन सवार संदिग्धों ने ज्ञानवती देवी के गले पर धारदार हथियार से हमला कर लहूलुहान कर दिया। पास-पड़ोस के ग्रामीण दौड़े तो हमलावर वाहन पर सवार होकर जंघई की तरफ भाग गए। महिला को अस्पताल ले जाया गया। डाक्टरों को 13 टांके लगाने पड़े। ज्ञानमती का पति सुरेश किसी कार्य से प्रयागराज गया था।
दूसरी घटना बभनियाव गांव के सगरा पुरवा में हुई। पंवारा थाना क्षेत्र के नाथूपुर गांव से बभनियांव गांव के सगरा पुरवा में मायके आई बोलने में अक्षम गुंजा देवी पत्नी कैलाश सरोज अपने डेढ़ बरस के बेटे के साथ घर के बाहर सोई थी। स्कार्पियो सवार बदमाशों ने बगल में सोए उसके बेटे को उठा लिया। बच्चा रोने लगा तो गुंजा की आंख खुल गई। गुंजा भरसक कोशिश कर शोर मचाने लगी। आस-पास के लोग दौड़े तो बदमाशों ने बच्चे के गले पर चाकू लगा दिया। ग्रामीणों ने ललकारा तो बच्चे को फेंककर मुंगराबादशाहपुर की तरफ भागने लगे। घटना की जानकारी होने पर ग्राम प्रधानपति राणा सिंह ने पुलिस को सूचना देने के साथ ही ग्रामीणों को लेकर बदमाशों का पीछा कर लिया। गरियांव रेलवे फाटक के समीप ग्रामीणों ने वाहन सहित तीन हमलावरों को पकड़ लिया जबकि दो अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गए। मौके पर आई पुलिस वाहन व आरोपितों को लेकर थाने चली गई। थानाध्यक्ष कृष्णकांत गुप्ता ने कहा कि मामले की तहकीकात की जा रही है।
जंघई-मछलीशहर मार्ग स्थित चौकीकला गांव की अधेड़ ज्ञानवती पत्नी सुरेश विश्वकर्मा बरामदे में सोई थी। रात करीब 11.30 बजे घर के सामने स्कार्पियो आकर रुकी। वाहन से उतरे एक युवक ने पानी पीने के लिए हैंडपंप पूछा। ज्ञानवती देवी वाहन सवारों के संदिग्ध नजर आने पर हल्ला मचाने लगी। वाहन सवार संदिग्धों ने ज्ञानवती देवी के गले पर धारदार हथियार से हमला कर लहूलुहान कर दिया। पास-पड़ोस के ग्रामीण दौड़े तो हमलावर वाहन पर सवार होकर जंघई की तरफ भाग गए। महिला को अस्पताल ले जाया गया। डाक्टरों को 13 टांके लगाने पड़े। ज्ञानमती का पति सुरेश किसी कार्य से प्रयागराज गया था।
दूसरी घटना बभनियाव गांव के सगरा पुरवा में हुई। पंवारा थाना क्षेत्र के नाथूपुर गांव से बभनियांव गांव के सगरा पुरवा में मायके आई बोलने में अक्षम गुंजा देवी पत्नी कैलाश सरोज अपने डेढ़ बरस के बेटे के साथ घर के बाहर सोई थी। स्कार्पियो सवार बदमाशों ने बगल में सोए उसके बेटे को उठा लिया। बच्चा रोने लगा तो गुंजा की आंख खुल गई। गुंजा भरसक कोशिश कर शोर मचाने लगी। आस-पास के लोग दौड़े तो बदमाशों ने बच्चे के गले पर चाकू लगा दिया। ग्रामीणों ने ललकारा तो बच्चे को फेंककर मुंगराबादशाहपुर की तरफ भागने लगे। घटना की जानकारी होने पर ग्राम प्रधानपति राणा सिंह ने पुलिस को सूचना देने के साथ ही ग्रामीणों को लेकर बदमाशों का पीछा कर लिया। गरियांव रेलवे फाटक के समीप ग्रामीणों ने वाहन सहित तीन हमलावरों को पकड़ लिया जबकि दो अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गए। मौके पर आई पुलिस वाहन व आरोपितों को लेकर थाने चली गई। थानाध्यक्ष कृष्णकांत गुप्ता ने कहा कि मामले की तहकीकात की जा रही है।