दीवानी कचेहरी में हत्यारोपी की हत्या करने आये थे बदमाश
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जौनपुर। दीवानी न्यायालय में पेशी पर आये एक हत्यारोपी को मौत की नींद सुलाने आये बदमाशों के मंशा पर पानी फिर गया। संयोग अच्छा था कि कैदी ने बदमाशों को पिस्टल निकलते देख कोर्ट में भाग कर अपनी जान बचा लिया। उधर बदमाश भी मौके की नजाकत को देखते हुए भाग निकले। कोर्ट में कैदी ने जानमाल की सुरक्षा की गुहार लगाई। वह हत्या व
अन्य मुकदमों में आरोपित है। कोर्ट ने पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर आरोपित
की सुरक्षा व्यवस्था के संबंध में कार्रवाई का आदेश दिया। घटना से कचहरी परिसर में हड़कंप मच गया। हालांकि लाइन बाजार थाने की पुलिस इसे कैदी की मनगढ़ंत कहानी बता रही है।
प्रतापगढ़ के आसपुर देवसरा थाना क्षेत्र के महुली निवासी सत्येंद्र सिंह एनडीपीएस एक्ट के मुकदमे में जेल में निरुद्ध है। गुरुवार को जेल से लाकअप में लाया गया तथा करीब 2:45 बजे लाकअप से अपर सत्र न्यायाधीश तृतीय की कोर्ट में पुलिसकर्मियों के साथ पेशी के लिए लाया जा रहा था। नई बिल्डिग के पास पहुंचा तभी दो बदमाश पिस्टल निकालकर उसकी तरफ बढ़े। उसने देख लिया और भाग कर सीधे कोर्ट में पहुंचा। उसके पीछे-पीछे पुलिस वाले भी दौड़े। उसने कोर्ट में पहुंचते ही दरखास्त दिया कि दोनों बदमाश प्रतापगढ़ के थे। उसकी हत्या करने की नियत से आए थे। उसकी जान को खतरा है। वह कभी भी मारा जा सकता है। उसने सुरक्षा के लिए कोर्ट से गुहार लगाई। वह हत्या व अन्य मामले में भी आरोपित है। कोर्ट ने उसकी दरखास्त पर पुलिस अधीक्षक को आदेश दिया कि आरोपित की सुरक्षा के संबंध में विधिसम्मत कार्यवाही की जाए। आरोपित का कोर्ट में आरोप तय हुआ। सूचना पर लाइन बाजार पुलिस कोर्ट में पहुंची और आरोपित को सुरक्षा व्यवस्था के बीच ले गई। हालांकि लाइन बाजार थाने की पुलिस इसे कैदी की मनगढ़ंत कहानी बता रही है।
प्रतापगढ़ के आसपुर देवसरा थाना क्षेत्र के महुली निवासी सत्येंद्र सिंह एनडीपीएस एक्ट के मुकदमे में जेल में निरुद्ध है। गुरुवार को जेल से लाकअप में लाया गया तथा करीब 2:45 बजे लाकअप से अपर सत्र न्यायाधीश तृतीय की कोर्ट में पुलिसकर्मियों के साथ पेशी के लिए लाया जा रहा था। नई बिल्डिग के पास पहुंचा तभी दो बदमाश पिस्टल निकालकर उसकी तरफ बढ़े। उसने देख लिया और भाग कर सीधे कोर्ट में पहुंचा। उसके पीछे-पीछे पुलिस वाले भी दौड़े। उसने कोर्ट में पहुंचते ही दरखास्त दिया कि दोनों बदमाश प्रतापगढ़ के थे। उसकी हत्या करने की नियत से आए थे। उसकी जान को खतरा है। वह कभी भी मारा जा सकता है। उसने सुरक्षा के लिए कोर्ट से गुहार लगाई। वह हत्या व अन्य मामले में भी आरोपित है। कोर्ट ने उसकी दरखास्त पर पुलिस अधीक्षक को आदेश दिया कि आरोपित की सुरक्षा के संबंध में विधिसम्मत कार्यवाही की जाए। आरोपित का कोर्ट में आरोप तय हुआ। सूचना पर लाइन बाजार पुलिस कोर्ट में पहुंची और आरोपित को सुरक्षा व्यवस्था के बीच ले गई। हालांकि लाइन बाजार थाने की पुलिस इसे कैदी की मनगढ़ंत कहानी बता रही है।