कैदियों के भूख हड़ताल का ठीकरा डीआईजी जेल ने डीएम, एसपी के सिर पर फोड़ा
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जौनपुर। जिला जेल में खराब खाना परोसे जाने और मोबाईल रखने के एवज में भारी शुल्क वसूले जाने के विरोध में रविवार की रात से कैदियों ने भूख हड़ताल शुरू कर दिया था। जेल प्रशासन के लाख कोशिशो की बाद भी कैदी नही माने तो डीआईजी जेल को जौनपुर आना पड़ा। वे पूरे दिन बंदियों को समझाते रहे लेकिन करीब नौ घंटे की कड़ी मेहनत के बाद सफलता हासिल हुई। डीआईजी ने जेल प्रशासन को बचाते हुए इसकी ठीकरा डीएम और एसपी के सिर पर फोड़ दिया है। उन्होने बताया कि डीएम और एसपी ने छापेमारी के दौरान सुर्ती बीड़ी प्रतिबंधित करने के कारण बंदी नाराज थे। बंदियो ने मीडिया से बातचीत में कहा कि जेल प्रशासन द्वारा मानक विपरित भोजन दिया जाता है साथ मोबाईल रखने के एवज में मोटी रकम वसूल किया जाता है।
जौनपुर जिला जेल पिछले एक सप्ताह से सुर्खियों में आ गया है। बीते सात जुलाई को डीएम एसपी ने जेल प्रशासन ने छापेमारी किया था। चेकिंग में एक दर्जन मोबाईल , शराब समेत भारी मात्रा में मादक प्रदार्थ बरामद हुआ था। यह वीडियो वायरल होने के बाद जेल प्रशासन की भारी किरकिरी हुई थी। रविवार की रात से कैदियों ने मानक अनुरूप भोजन न दिये जाने से नाराज होकर भूख हड़ताल शुरू कर दिया । कई बंदियों ने मीडिया से खुलकर बातचीत करते हुए बताया कि मानक से कम घटिया भोजन दिया जाता है तथा सामान्य मोबाईल फोन का चार हजार स्र्माट फोन का आठ हजार रूपये सुविधा शुल्क बंदी रक्षको द्वारा वसूल किया जाता है। चेकिंग के दरम्यान पकड़े जाने पर पांच सौ रूपये जुर्माना भी वसूला जाता है।
घटिया भोजन परोसे जाने से नाराज कैदियों ने भूख हड़ताल शुरू कर दिया। पहले जेल प्रशासन ने बंदियों को मनाने का प्रयास किया लेकिन सफलता नही मिली। आज डीआईजी विध्यवासिनी यादव जेल पहुंचकर बंदियों को मनाने का प्रयास किया करीब नौ घंटे की कड़ी मेहनत के बाद सफलता मिलने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए डीआईजी ने कैदियों की नाराजगी ठीकरा डीएम एसपी पर फोड़ते हुए कहा कि चेकिंग और सुर्ती बीड़ी को भी दोनो अधिकारियों ने प्रतिबंधित कर दिया है जिसके कारण कैदी नाराज थे। मोबाईल फोन जेल में पहुंचने के बारे में डीआईजी ने कहा कि मोबाईल और मादक प्रदार्थ जेल के उत्तर और दक्षिण तरफ से फेंक कर पहुंचाया जाता है।
जौनपुर जिला जेल पिछले एक सप्ताह से सुर्खियों में आ गया है। बीते सात जुलाई को डीएम एसपी ने जेल प्रशासन ने छापेमारी किया था। चेकिंग में एक दर्जन मोबाईल , शराब समेत भारी मात्रा में मादक प्रदार्थ बरामद हुआ था। यह वीडियो वायरल होने के बाद जेल प्रशासन की भारी किरकिरी हुई थी। रविवार की रात से कैदियों ने मानक अनुरूप भोजन न दिये जाने से नाराज होकर भूख हड़ताल शुरू कर दिया । कई बंदियों ने मीडिया से खुलकर बातचीत करते हुए बताया कि मानक से कम घटिया भोजन दिया जाता है तथा सामान्य मोबाईल फोन का चार हजार स्र्माट फोन का आठ हजार रूपये सुविधा शुल्क बंदी रक्षको द्वारा वसूल किया जाता है। चेकिंग के दरम्यान पकड़े जाने पर पांच सौ रूपये जुर्माना भी वसूला जाता है।
घटिया भोजन परोसे जाने से नाराज कैदियों ने भूख हड़ताल शुरू कर दिया। पहले जेल प्रशासन ने बंदियों को मनाने का प्रयास किया लेकिन सफलता नही मिली। आज डीआईजी विध्यवासिनी यादव जेल पहुंचकर बंदियों को मनाने का प्रयास किया करीब नौ घंटे की कड़ी मेहनत के बाद सफलता मिलने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए डीआईजी ने कैदियों की नाराजगी ठीकरा डीएम एसपी पर फोड़ते हुए कहा कि चेकिंग और सुर्ती बीड़ी को भी दोनो अधिकारियों ने प्रतिबंधित कर दिया है जिसके कारण कैदी नाराज थे। मोबाईल फोन जेल में पहुंचने के बारे में डीआईजी ने कहा कि मोबाईल और मादक प्रदार्थ जेल के उत्तर और दक्षिण तरफ से फेंक कर पहुंचाया जाता है।