मासूम बेटियों को मौत के घाट उतारने वाले दंपति गिरफ्तार
https://www.shirazehind.com/2019/07/blog-post_142.html
जौनपुर। मानवता को शर्मसार और रोंगटे खड़े कर देने वाली वारदात अखबार
में छपने के बाद पुलिस हरकत में आई। बुधवार को मासूम बेटियों के हत्यारोपित
दंपति को गिरफ्तार कर लिया। पति से अनबन के बाद महिला ने अपनी दो बेटियों
को मारकर तालाब में फेंक दिया। पंचायत ने दबाव बनाकर दोनों का अंतिम
संस्कार करा दिया। मामला सरायख्वाजा थाना क्षेत्र के सतहड़ा गांव का है।
आजमगढ़ पवई थाना क्षेत्र के प्रतापपुर गांव निवासी मोनी राजभर की शादी सरायख्वाजा थाना क्षेत्र के सतहड़ा गांव निवासी अनिल राजभर के साथ हुई थी। उनकी दो बेटियों में सबसे बड़ी बेटी परी चार वर्ष और छोटी अंशिका 2 वर्ष की थी। विगत शुक्रवार की रात अनिल राजभर और पत्नी मोनी राजभर किसी बात को लेकर अनबन हो गई। गुस्से में आकर मोनी ने छोटी बेटी अंशिका को बेड पर पटक दिया। बेटी को पटकने से नाराज अनिल ने पत्नी मोनी को थप्पड़ जड़ दिया। तभी मोनी के सिर पर शैतान सवार हो गया।
आरोप है कि मोनी ने अपनी दोनों बेटियों को मारकर तालाब में फेंक दिया। खुद भी तालाब में डूबने की कोशिश करने लगी। मौत के भय से वह चिल्लाने लगी। परिवार के लोगों की नींद खुली दौड़कर किसी बचाया। ससुरालियों ने रात में ही मायके वालों को सूचना दिया। मायके वालों ने पुलिस को सूचना देने से रोक दिया। भोर तक मायका प्रतापपुर गांव के प्रधान समेत काफी संख्या में लोग वाहन में सवार होकर सतहड़ा गांव पहुंचे। गांव के लोग भी काफी तादात में इकट्ठा थे। महिला की करतूत से ग्रामीण गुस्से में थे और सजा दिलाने की जिद पर अड़े थे। लेकिन मायके से आए लोगों ने दबाव बनाकर दोनों बेटियों का अंतिम संस्कार कराकर मोनी को लेकर मायके चले गए।
खबर मीडिया में आने के बाद पुलिस हरकत में आ गई। पुलिस उसे पकड़ कर थाने लाई और अनिल को पहले हो हिरासत में लिया जा चुका था। प्रभारी निरीक्षक रमेश यादव ने बताया कि गांव के चौकीदार की तहरीर पर दंपती के खिलाफ हत्या का मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है।
आजमगढ़ पवई थाना क्षेत्र के प्रतापपुर गांव निवासी मोनी राजभर की शादी सरायख्वाजा थाना क्षेत्र के सतहड़ा गांव निवासी अनिल राजभर के साथ हुई थी। उनकी दो बेटियों में सबसे बड़ी बेटी परी चार वर्ष और छोटी अंशिका 2 वर्ष की थी। विगत शुक्रवार की रात अनिल राजभर और पत्नी मोनी राजभर किसी बात को लेकर अनबन हो गई। गुस्से में आकर मोनी ने छोटी बेटी अंशिका को बेड पर पटक दिया। बेटी को पटकने से नाराज अनिल ने पत्नी मोनी को थप्पड़ जड़ दिया। तभी मोनी के सिर पर शैतान सवार हो गया।
आरोप है कि मोनी ने अपनी दोनों बेटियों को मारकर तालाब में फेंक दिया। खुद भी तालाब में डूबने की कोशिश करने लगी। मौत के भय से वह चिल्लाने लगी। परिवार के लोगों की नींद खुली दौड़कर किसी बचाया। ससुरालियों ने रात में ही मायके वालों को सूचना दिया। मायके वालों ने पुलिस को सूचना देने से रोक दिया। भोर तक मायका प्रतापपुर गांव के प्रधान समेत काफी संख्या में लोग वाहन में सवार होकर सतहड़ा गांव पहुंचे। गांव के लोग भी काफी तादात में इकट्ठा थे। महिला की करतूत से ग्रामीण गुस्से में थे और सजा दिलाने की जिद पर अड़े थे। लेकिन मायके से आए लोगों ने दबाव बनाकर दोनों बेटियों का अंतिम संस्कार कराकर मोनी को लेकर मायके चले गए।
खबर मीडिया में आने के बाद पुलिस हरकत में आ गई। पुलिस उसे पकड़ कर थाने लाई और अनिल को पहले हो हिरासत में लिया जा चुका था। प्रभारी निरीक्षक रमेश यादव ने बताया कि गांव के चौकीदार की तहरीर पर दंपती के खिलाफ हत्या का मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है।