50 कछुए के साथ तस्कर गिरफ्तार
https://www.shirazehind.com/2019/07/50_21.html
जौनपुर। शाहगंज राजकीय रेलवे पुलिस ने गुरुवार की रात तस्कर को
गिरफ्तार कर 50 कछुए बरामद किए। बरामद कछुए दो बोरियों में भरकर पश्चिम
बंगाल ले जाए जा रहे थे। कछुओं को वन विभाग को सौंपकर आरोपित का चालान कर
दिया गया।
जीआरपी को मुखबिर ने सूचना दी कि कछुआ तस्कर दो बोरियों में भरकर पश्चिम बंगाल ले जाने के लिए प्लेटफार्म नंबर दो व तीन के बीच अशोक के पेड़ के नीचे रखे हुए हैं। वह सियालदह एक्सप्रेस ट्रेन का इंतजार कर रहे हैं। तुरंत सक्रिय हुई रेलवे पुलिस ने दबिश देकर तस्कर को दो बोरियों सहित धर दबोचा। तलाशी में बोरियों से 50 कछुए बरामद हुए। गिरफ्तार आरोपित रमेश विश्वास पश्चिम बंगाल के चौबीस परगना जिले के अशोक नगर थाना के हिजलपुकर का रहने वाला है। पूछताछ में उसने कुबूल किया। वह क्षेत्र से कछुए एकत्र कर पश्चिम बंगाल ले जाकर बेचता है। गिरफ्तारी व बरामदगी करने वाली टीम में जीआरपी चौकी प्रभारी अयोध्या प्रसाद व उनके सहयोगी रहे। आवश्यक लिखा पढ़ी के बाद बरामद कछुओं को वन विभाग की टीम को सौंपा दिया गया। पुलिस ने आरोपित का चालान कर दिया।
पश्चिम बंगाल में कछुओं की मांग के कारण वहां इसके मांस खाने के शौकीन अधिक होने के साथ ही यौन शक्ति बढ़ाने की दवाओं के निर्माण में भी इसे प्रयोग किया जाता है। वहां कछुओं की बिक्री आसानी से करीब 1200 रुपये प्रति किलोग्राम तक हो जाती है। इसी के कारण कछुआ ने तस्करों जौनपुर, सुल्तानपुर, आंबेडकर नगर, फैजाबाद, बाराबंकी आदि जिलों में पूरा जाल बिछा रखा है। कभी-कभी चेकिग या सटीक मुखबिरी पर रेलवे पुलिस के हत्थे चढ़ जाते हैं नहीं तो आसानी से निकल जाते हैं।
जीआरपी को मुखबिर ने सूचना दी कि कछुआ तस्कर दो बोरियों में भरकर पश्चिम बंगाल ले जाने के लिए प्लेटफार्म नंबर दो व तीन के बीच अशोक के पेड़ के नीचे रखे हुए हैं। वह सियालदह एक्सप्रेस ट्रेन का इंतजार कर रहे हैं। तुरंत सक्रिय हुई रेलवे पुलिस ने दबिश देकर तस्कर को दो बोरियों सहित धर दबोचा। तलाशी में बोरियों से 50 कछुए बरामद हुए। गिरफ्तार आरोपित रमेश विश्वास पश्चिम बंगाल के चौबीस परगना जिले के अशोक नगर थाना के हिजलपुकर का रहने वाला है। पूछताछ में उसने कुबूल किया। वह क्षेत्र से कछुए एकत्र कर पश्चिम बंगाल ले जाकर बेचता है। गिरफ्तारी व बरामदगी करने वाली टीम में जीआरपी चौकी प्रभारी अयोध्या प्रसाद व उनके सहयोगी रहे। आवश्यक लिखा पढ़ी के बाद बरामद कछुओं को वन विभाग की टीम को सौंपा दिया गया। पुलिस ने आरोपित का चालान कर दिया।
पश्चिम बंगाल में कछुओं की मांग के कारण वहां इसके मांस खाने के शौकीन अधिक होने के साथ ही यौन शक्ति बढ़ाने की दवाओं के निर्माण में भी इसे प्रयोग किया जाता है। वहां कछुओं की बिक्री आसानी से करीब 1200 रुपये प्रति किलोग्राम तक हो जाती है। इसी के कारण कछुआ ने तस्करों जौनपुर, सुल्तानपुर, आंबेडकर नगर, फैजाबाद, बाराबंकी आदि जिलों में पूरा जाल बिछा रखा है। कभी-कभी चेकिग या सटीक मुखबिरी पर रेलवे पुलिस के हत्थे चढ़ जाते हैं नहीं तो आसानी से निकल जाते हैं।