अधिवक्ताओं की हड़ताल 15 वें दिन भी जारी
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जौनपुर। मछलीशहर तहसील में अधिवक्ताओं की हड़ताल 15 वें दिन भी जारी है। इसकी वजह से जहां न्यायिक कार्य ठप्प हैं, वहीं तहसील में अधिकारियों के उपस्थित न रहने से वादकारी व जनता परेशान हैं। जनता की शिकायतों का निस्तारण भी नहीं हो पा रहा है। तहसील में राजस्व कर्मियों में व्याप्त भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर 19 जून से अनिश्चित काल के हड़ताल शुरु हुई थी। भ्रष्टाचार तो रुका नहीं और मांगे पूरी भी नहीं हुई थी कि तत्कालीन ज्वाइंट मजिस्ट्रेट सत्य प्रकाश का स्थानांतरण सदर में हो गया।सदर से आकर मंगलेश दूबे ने 20 जून को उपजिलाधिकारी पद पर कार्य भार ग्रहण कर लिया।अधिवक्ताओं ने 25 जून को नवनियुक्त एस डी एम की उपस्थिति में बैठक कर हड़ताल समाप्ति की घोषणा कर दिया। 27 जून से न्यायिक कार्य शुरु होना था।इसी बीच 26 जून को एक घटना और घट गई । जब अधिवक्ता अम्बिका प्रसाद विन्द ने एस डी एम पर अभद्रता किये जाने व अपशब्द कहे जाने का आरोप लगा दिया।फिर आक्रोशित अधिवक्ताओं ने आकस्मिक बैठक कर एस डी एम को दोषी करार कर कृत्य पर खेद व्यक्त करने की शर्त रख दिया और अनिश्चित कालीन हड़ताल की घोषणा कर दिया। एसडीएम से वार्ता होनी थी कि इसी बीच एक पत्रक भेजकर अधिवक्ताओं को और आक्रोशित कर दिया कि किसी अधिवक्ता से हड़ताल के दौरान प्रार्थना पत्र नहीं लिया जायेगा व न ही कोई दायरा स्वीकार होगा।इस पर अधिवक्ताओं का आक्रोश और बढ़ गया और एसडीएम के स्थानांतरण तक अनवरत हड़ताल जारी रखने का निर्णय ले लिया गया।बार बेंच में तनातनी से तहसील में किसी न्यायालय में नये मुकदमों का दायरा न होने से वादकारी,जनता परेशान हैं।अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष सुरेश बहादुर सिंह,महामंत्री संजीव चौधरी का कहना है कि सोमवार को साधारण सभा की बैठककर अगली रणनीति पर बिचार किया जायेगा।