गर्मी से पेट के मरीजों की तादात बढ़ी
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जौनपुर। इस समय जिले में सघन दस्त नियंत्रण पखवारा चल रहा है, फिर भी डायरिया और पेट दर्द के रोगियों की संख्या कम होने का नाम नहीं ले रही है। जिला अस्पताल की हालत यह है कि यहां इस समय पेट दर्द और डायरिया के रोगी अधिक भर्ती हो रहे हैं। डॉक्टरों की माने तो गर्मी की वजह से यह दिक्कत उत्पन्न हो रही है। जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में प्रतिदिन उल्टी और दस्त से पीड़ित बच्चे भर्ती हो रहे हैं। परिजनों के मुताबिक कुछ ही देर में मरीज की हालत खराब हो जाती है और उसे अस्पताल की तरफ भागना पड़ता है। अस्पताल के चिकित्सक ने बताया कि भीषण गर्मी में घर में खाने-पीने की चीजें जल्दी खराब हो जातीं हैं और भोजन बिषाक्त हो जाता है। उसके खाने से बच्चे डायरिया के शिकार हो रहे हैं। वहीं, दूसरा कारण यह है कि डायरिया दूषित पानी पीने से जल्दी फैलता है। हैंडपंप के पास गंदगी या जलभराव होने से उसका पानी दूषित हो जाता है। गर्मी में प्यास अधिक लगती है और जैसे ही कोई दूषित पानी पी लेता है तो वैक्टीरिया उसके पेट में पहुंच जाते हैं। इससे वह डायरिया का शिकार हो जाता है। अत्यधिक उल्टी-दस्त से मरीज के शरीर में पानी की कमी डिहाइड्रेशन हो जाता है और समय पर इलाज ने मिला तो उसकी मौत भी हो सकती है।