बिरसा मुंडा का शहादत दिवस मनाया
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जौनपुर ।जिले के सरावां गांव में स्थित शहीद लाल बहादुर गुप्त स्मारक पर रविवार को हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन आर्मी व् लक्ष्मी बाई ब्रिगेड के कार्यकर्ताओ ने आदिवासी नेता एव महान स्वतन्त्रता सेनानी बिरसा मुंडा का 119 वां बलिदान दिवस मनाया । इस अवसर पर कार्यकर्ताओ ने शहीद पर मोमबत्ती व् अगरबत्ती जलाया और दो मिनट का मौन रख कर महान क्रांतिकारी श्री मुंडा को श्रद्धांजलि दी । क्रान्ति स्तम्भ पर उपस्थित लोगो को संबोधित करते हुए लक्ष्मीबाई ब्रिगेड की अध्यक्ष मंजीत कौर ने कहा कि आदिवासी नेता बिरसा मुंडा का जन्म 15 नवम्बर 1875 को लिहतु रांची तत्कालीन बिहार प्रांत , अब झारखंड में हुआ था । उन्होंने कहा कि आदिवासी नेता बिरसा मुंडा के मन में विद्याथी जीवन से ही ब्रिटिश सरकार के खिलाफ आक्रोश पैदा हो गया,मात्र 19 साल की अवस्था में श्री मुंडा ने बिहार से अंग्रेजो को जाने के लिए संघर्ष शुरू किया था । उन्होंने कहा कि श्री मुंडा ने उस समय आदिवासी समाज को शिक्षित का काम किया , इसके लिए वे अंग्रेजो से लड़ाई लड़ते थे । इससे नाराज होकर अंग्रेजो ने मात्र 25 साल की अवस्था में आज ही के दिन सन 1900 में श्री मुंडा को फांसी पर लटका दिया ,आज भी झारखंड व् बिहार के आदिवासी लोग श्री मुंडा को अपना भगवान् मानते हैं । इस अवसर पर धरम सिंह ,मैनेजर पांडेय ,अनिरुद्ध सिंह , मंजीत कौर सहित अनेक लोग मौजूद रहे ।