तो क्या इस बार कांग्रेसी नेता निर्दल प्रत्याशी का करेगें चुनाव प्रचार !
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जौनपुर। यूपी में कांग्रेस पार्टी ने जनअधिकार पार्टी से गठबंधन किया है। समझौते के तहत प्रदेश की गांजीपुर, चंदौली ,मछलीशहर सुरक्षित समेत सात सीटे कांग्रेस ने जन अधिकार पार्टी को दिया है। छह सीटे पर जन अधिकार पार्टी के प्रत्याशी को कांग्रेस का पंजा चुनाव निशान दिया गया है लेकिन मछलीशहर सीट के प्रत्याशी को पंजा का सिब्बल देना तो दूर की बात अभी तक ए और बी फार्म भी नही दिया गया है। ऐसे में इस सीट पर चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी को चुनाव आयोग द्वारा चुनाव निशान आवटित किया जायेगा। ऐसे में इस बार क्या कांग्रेसी नेता इस सीट पर निर्दल प्रत्याशी का चुनाव प्रचार करके जीताने की अपील जनता से करेगें।
प्रदेश की सात सीटे कांग्रेस ने बाबू सिंह कुशवा की पार्टी जन अधिकार पार्टी के लिए छोड़ दिया है। जिसमें चंदौली , गांजीपुर , मछलीशहर सुरक्षित समेत सात सीटे शामिल है। चंदौली सीट पर बाबू सिंह कुशवाहा की पत्नी सुकन्या कुशवाहा चुनाव लड़ रही है। गांजीपुर सीट से अजीत प्रताप कुशवाहा मैदान में है। जन अधिकार पार्टी का कोई सिब्बल एलाट नही किया गया है, जिसके कारण इन लोगो को कांग्रेस ने अपने पंजा सिब्बल दिया है। लेकिन मछलीशहर सीट पर चुनाव लड़ने वाले अमरनाथ पासवान को कांग्रेस ने अपना सिब्बल नही दिया है जिसके कारण चुनाव आयोग निर्दल प्रत्याशियों को दिया जाने वाला कोई चुनाव निशान एलाट करेगा। इस मामले पर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष इन्द्रभुवन सिंह से बात किया गया तो उन्होने बताया कि प्रदेश में हमारी पार्टी का जन अधिकार पार्टी से गठबंधन है। मछलीशहर सीट पर कांग्रेस का सिब्बल न दिये जाने के सवाल पर उन्होने कहा कि चुनाव आयोग द्वारा जो चुनाव चिन्ह दिया जायेगा उसको जनता तक पहुंचाना प्रत्याशी और हमारी जिम्मेदारी है। आप खुद अंदाजा लगा सकते है कि ऐसी स्थित में कांग्रेसी कार्यकर्ता और परम्परागत वोटर्स भ्रमित होगें या नही। दूसरा प्रत्याशी के लिए परेशानी की बात यह है कि अमरनाथ पासवान गांजीपुर के रहने वाले है वे चुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस से बलिया सीट से टिकट मांग रहे थे। ऐसे में मछलीशहर की जनता तो दूर की बात कांग्रेसी नेता भी पहलीबार उनका दीदार करेंगे।
प्रदेश की सात सीटे कांग्रेस ने बाबू सिंह कुशवा की पार्टी जन अधिकार पार्टी के लिए छोड़ दिया है। जिसमें चंदौली , गांजीपुर , मछलीशहर सुरक्षित समेत सात सीटे शामिल है। चंदौली सीट पर बाबू सिंह कुशवाहा की पत्नी सुकन्या कुशवाहा चुनाव लड़ रही है। गांजीपुर सीट से अजीत प्रताप कुशवाहा मैदान में है। जन अधिकार पार्टी का कोई सिब्बल एलाट नही किया गया है, जिसके कारण इन लोगो को कांग्रेस ने अपने पंजा सिब्बल दिया है। लेकिन मछलीशहर सीट पर चुनाव लड़ने वाले अमरनाथ पासवान को कांग्रेस ने अपना सिब्बल नही दिया है जिसके कारण चुनाव आयोग निर्दल प्रत्याशियों को दिया जाने वाला कोई चुनाव निशान एलाट करेगा। इस मामले पर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष इन्द्रभुवन सिंह से बात किया गया तो उन्होने बताया कि प्रदेश में हमारी पार्टी का जन अधिकार पार्टी से गठबंधन है। मछलीशहर सीट पर कांग्रेस का सिब्बल न दिये जाने के सवाल पर उन्होने कहा कि चुनाव आयोग द्वारा जो चुनाव चिन्ह दिया जायेगा उसको जनता तक पहुंचाना प्रत्याशी और हमारी जिम्मेदारी है। आप खुद अंदाजा लगा सकते है कि ऐसी स्थित में कांग्रेसी कार्यकर्ता और परम्परागत वोटर्स भ्रमित होगें या नही। दूसरा प्रत्याशी के लिए परेशानी की बात यह है कि अमरनाथ पासवान गांजीपुर के रहने वाले है वे चुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस से बलिया सीट से टिकट मांग रहे थे। ऐसे में मछलीशहर की जनता तो दूर की बात कांग्रेसी नेता भी पहलीबार उनका दीदार करेंगे।