गन्ने की बोआई में जुट गये हैं किसान
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जौनपुर। जिले के किसान गन्ने की बोआई में जोर-शोर से लग गए हैं। बड़े किसान कल्टीवेटर से तो छोटे किसान परंपरागत ढंग से बैलों का सहारा ले रहे हैं। केराकत और सिकरारा क्षेत्र के अधिकांश छोटे व बड़े किसान गन्ने की खेती करते हैं। साल भर उपयोग के लिए गुड़ तैयार करने के बाद बचे उत्पाद को मिलों पर बेचकर जहां अच्छी कमाई हो जाती है वहीं दोबारा मामूली लागत में पेड़ी तैयार कर अच्छी कमाई करते हैं। अधिकांश किसान मकर संक्रांति के इर्द-गिर्द गन्ने की पेराई का कार्य शुरू कर देते हैं। वहीं बड़े भूभाग पर खेती करने वाले अपने तैयार फसल को ले जाकर मिल में दे देते हैं। गन्ने की बोआई का मौसम इस समय चल रहा है। बड़े किसान कल्टीवेटर से तो छोटे किसान बैल के सहारे गन्ने की बोआई करते हैं। हल के फाल में उपली बांधकर गहराई की सफाई करते हैं। उसके बाद गन्ने को बाल कर गन्ने का गाड़ बनाकर उसे जमीन में बोते हैं। इस संबंध में किसान रमेष प्रजापति ने बताया कि हम लोग छोटे किसान है। घर मे मीठा खाने के लिए गन्ना बोते हैं। उन्होंने बताया कि जिस दिन गन्ना की बोआई की जाती है। उस दिन उस दिन घर में जश्न जैसा माहौल रहता है। इस संबंध में रामनाथ ने बताया कि गन्ने की बोआई के दिन पर्व जैसा माहौल होता था। यह परिपाटी अभी भी कायम है।