सड़क के किनारे फेका जाता है आठ टन कूड़ा
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जौनपुर। मछलीशहर नगर पंचायत क्षेत्र में कूड़ा निस्तारण की व्यवस्था नहीं होने से लोग परेशान हैं। पच्चीस हजार आबादी वाले इस क्षेत्र के 15 वार्डों से रोजाना निकलने वाले आठ टन कूड़े को आसपास की सड़कों के किनारे फेंका जाता है। कूड़ा फेंकने को लेकर स्थान तो चिह्नित किया गया, लेकिन आज तक निर्माण शुरू नहीं हो सका है। फेंके जाने वाले कूड़े से जहां संक्रमित बीमारियों का खतरा बढ़ गया है, वहीं स्थानीय लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। नगर पंचायत को बेहतर सुविधाएं देने के तमाम दावे भले ही किए जाते हों लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। क्षेत्र में आज भी कूड़ा निस्तारण की व्यवस्था नहीं हो सकी है। लोगों के घरों से निकलने वाले आठ टन सूखे व गीले कूड़े को रोजाना नगर के मुंगराबादशाहपुर चैराहे, मरी माई धाम के पहले व शाहीरोड क्षेत्र में खाली पड़े गड्ढों में फेंका जाता है। कूड़े की दुर्गंध से आसपास के लोग परेशान हैं। बरसात के दिनों में स्थिति और बदतर हो जाती है। इतना ही नहीं क्षेत्र में सफाई कर्मचारियों का भी अभाव है। अधिषासी अधिकारी कहते हैं कि घरों से निकलने वाले कूड़े के निदान के लिए नगर से सटे गांव जमालपुर में स्थान चिन्हित किया गया है। क्षेत्र की जनता को इस समस्या से निजात दिलाने के लिहाज से निर्माण जल्द शुरू कराने का प्रयास किया जाएगा। मछलीशहर कस्बे की आबादी 25,894 है जबकि आवास 4520, सफाईकर्मी 53 स्थाई सफाई कर्मचारी 3, संविदा कर्मचारी 15, आउटसोर्सिंग 35 कर्मचारी कार्यरत है।