मनोभावों को बदलता है सदगुरू: सचदेवा

जौनपुर । सद्गुरू की कृपा से कही भी चले जाओ, हमे कोई पराया नही लगता सभी अपने लगते है, जैसे फूलो की माला में उन फूलों की एक धागे में पिरोकर एक सुन्दर माला बन जाता है इसी तरह सद्गुरू ने हमें एक ब्रम्हज्ञान रूपी धागे में पिरोकर सबको एक कर दिया है। उक्त उद्गार मड़ियाहूॅ पड़ाॅव स्थित संत निरंकारी सत्संग भवन के प्रांगण में श्रद्धालुओं को सम्बोधित करते हुए इलाहाबाद से आयी सीमा सचदेवा ने व्यक्त किया। उन्होने आगे कहा कि सद्गुरू हमारी काया या वेष नही बदलता है। हमारे मनों का भाव बदल रहा है, हमारे विचार बदल रहा है, हमारा व्यवहार बदल रहा है। महिला समागम में जिसमें विविध पक्षों के माध्यम से नारी के व्यक्तित्व व कृतित्व को दर्षाया गया। आज सद्गुरू माता जी जीवन में भक्ति के पहलू को मजबूत करने का पावन संदेष समस्त मानव जाति को देते हुए कहा है कि भक्ति केवल किसी विषेष दिन तक ही सीमित नही बल्कि हर पल हर छण भक्ति के तहत व्यतीत होना चाहिए। भक्ति से हमारे मन को मजबूती मिलती है, भक्ति हमे हमेषा गुरू की करनी है। जिसने हमे निरंकार के साथ जोड़ा है। वर्तमान समय में यह ब्रम्हज्ञान सद्गुरू माता सुदीक्षा सविंदर हरदेव द्वारा प्रदान की जा रही है। मानिक चन्द्र तिवारी ने आयी हुई संगत का आभार व्यक्त किया। मुख्य वक्ता बहन रचना , कंचन , सुनीता , सेजल जायसवाल , सत्या , ऊषा गीता , प्रियंका , ममता , सुदामा आदि उपस्थित रहे। संचालन अनीता व रीतू ने किया।