जानिए कांग्रेस प्रत्याशी देवब्रत मिश्र की प्रोफ़ाइल
https://www.shirazehind.com/2019/04/blog-post_544.html
जौनपुर। काफी इंतजार के बाद कांग्रेस ने अपना पत्ता खोलते हुए पुराने
राजनीतिक कुनबे पर दांव साधा। पार्टी ने पूर्व राज्यसभा सदस्य व राजीव
गांधी के करीबी रहे शिव प्रताप मिश्र (बाबा) के पुत्र देवब्रत मिश्र को
जौनपुर लोकसभा क्षेत्र से शनिवार को प्रत्याशी घोषित कर दिया। इसे लेकर
सियासी गलियारे में सरगर्मी तेज हो गई है।
मूल रूप से प्रतापगढ़ के रामनगर निवासी 48 वर्षीय देवब्रत ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सदस्य हैं। ये 2004 में मछलीशहर लोकसभा क्षेत्र से भी चुनाव लड़ चुके हैं। इन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान से बीए आनर्स, लखनऊ विश्वविद्यालय से एलएलबी के अलावा लंदन स्कूल ऑफ पॉलिटिकल से डिजाइन एंड मैनेजमेंट आर्गेनाइजेशन का कोर्स किया है। इनके पिता शिव प्रताप मिश्र की कांग्रेस में अच्छी रसूख थी। वे 1988 से 1994 तक राज्यसभा सदस्य व इससे पहले यूथ कांग्रेस एडवाइजरी कमेटी के राष्ट्रीय महासचिव होने के साथ ही पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी व केंद्रीय मंत्री सतीश शर्मा के बेहद करीबी रहे। वे भी 1999 में मछलीशहर लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़े थे। देवव्रत की भी सक्रियता जौनपुर में काफी पहले से है। इनके उम्मीदवार होने से दूसरे दलों की बेचैनी बढ़ गई एवं कांग्रेसियों में उत्साह का माहौल है। इनका नाम गत सप्ताह से चर्चा में था।
मूल रूप से प्रतापगढ़ के रामनगर निवासी 48 वर्षीय देवब्रत ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सदस्य हैं। ये 2004 में मछलीशहर लोकसभा क्षेत्र से भी चुनाव लड़ चुके हैं। इन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान से बीए आनर्स, लखनऊ विश्वविद्यालय से एलएलबी के अलावा लंदन स्कूल ऑफ पॉलिटिकल से डिजाइन एंड मैनेजमेंट आर्गेनाइजेशन का कोर्स किया है। इनके पिता शिव प्रताप मिश्र की कांग्रेस में अच्छी रसूख थी। वे 1988 से 1994 तक राज्यसभा सदस्य व इससे पहले यूथ कांग्रेस एडवाइजरी कमेटी के राष्ट्रीय महासचिव होने के साथ ही पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी व केंद्रीय मंत्री सतीश शर्मा के बेहद करीबी रहे। वे भी 1999 में मछलीशहर लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़े थे। देवव्रत की भी सक्रियता जौनपुर में काफी पहले से है। इनके उम्मीदवार होने से दूसरे दलों की बेचैनी बढ़ गई एवं कांग्रेसियों में उत्साह का माहौल है। इनका नाम गत सप्ताह से चर्चा में था।