प्रमुख दलों द्वारा अभी तक प्रत्याशी न उतारने से समर्थको में बेचैनी बढ़ी
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जौनपुर।अगल-बगल के संसदीय क्षेत्रों में जोर आजमाइश करने वाले प्रमुख योद्धाओं के
नामों का खुलासा हो जाने के बाद जौनपुर लोकसभा क्षेत्र के लोगों की बेचैनी
अब बेताबी में तब्दील हो चुकी है।जिले भर के लोगों की नजर जौनपुर लोकसभा क्षेत्र की ओर टिकी हुई है। भाजपा की सिटिंग सीट वाले इस लोकसभा क्षेत्र से पार्टी सांसद डा.कृष्ण
प्रताप सिंह पर ही भरोसा करेगी या फिर किसी और चेहरे पर दांव लगाएगी, इसे
लेकर सियासी गलियारे में फिलहाल जितनी मुंह उतनी बातें चल रही हैं। पार्टी
के पदाधिकारी भी इस सीट पर शीर्ष स्तर पर चल रही उठापटक को लेकर अनभिज्ञ ही
हैं।
हर हाल में जीत का मंसूबा पाले प्रमुख सियासी दल विपक्षी खेमे द्वारा उम्मीदवार की घोषणा किए जाने तक अपने पत्ते नहीं खोलना चाह रहे हैं। मिश्रित आबादी वाले इस क्षेत्र में जातिगत समीकरण हार-जीत में अहम फैक्टर भी होता रहा है। प्रमुख सियासी दलों की सबसे बड़ी चिंता है कि प्रत्याशी चयन में जरा सी चूक कहीं विपक्षी के पक्ष में मतों का ध्रुवीकरण का कारण न बन जाए।
हर हाल में जीत का मंसूबा पाले प्रमुख सियासी दल विपक्षी खेमे द्वारा उम्मीदवार की घोषणा किए जाने तक अपने पत्ते नहीं खोलना चाह रहे हैं। मिश्रित आबादी वाले इस क्षेत्र में जातिगत समीकरण हार-जीत में अहम फैक्टर भी होता रहा है। प्रमुख सियासी दलों की सबसे बड़ी चिंता है कि प्रत्याशी चयन में जरा सी चूक कहीं विपक्षी के पक्ष में मतों का ध्रुवीकरण का कारण न बन जाए।