नौकरी देने के नाम पर झासा देकर ठगी करने वाले को ले गई मुंबई पुलिस
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जौनपुर। नौकरी देने के नाम पर ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह के सदस्य को
मुंबई से आई पुलिस टीम ने शहर कोतवाली पुलिस की मदद से मंगलवार को गिरफ्तार
कर लिया। वह बैंक खाते में आए 19 लाख रुपये निकालने की फिराक में था।
सीजेएम कोर्ट में पेश करने के बाद आरोपित को ट्रांजिट रिमांड पर पुलिस
मुंबई लेकर चली गई।
छानबीन में जुटी मुंबई के जुहू पुलिस स्टेशन विले पार्ले (वेस्ट) से आई पुलिस टीम ने शहर कोतवाल श्रीप्रकाश गुप्ता से संपर्क किया। संयुक्त पुलिस टीमों ने आरोपित संतोष चौहान निवासी गांव जगदीशपुर कोतवाली मड़ियाहूं को जेसीज चौराहा के पास स्थित बैंक ऑफ इंडिया के पास से गिरफ्तार कर लिया। वह ऑनलाइन बेरोजगार से ठगी के जरिए अपने खाते में आए 19 लाख रुपये निकालने की फिराक में था। शहर कोतवाल ने बताया कि पूछताछ के दौरान आरोपित संतोष चौहान ने सफाई दी कि उसने अखबार में विज्ञापन देखकर ऑनलाइन खुद नौकरी के लिए आवेदन किया था। न जाने कहां से उसके खाते में 19 लाख रुपये आ गए। उन्होंने कहा कि संतोष चौहान गिरोह का प्यादा है। यह गिरोह बहुत बड़ा है और इसी तिकड़म से करोड़ों की हेराफेरी कर चुका है। आवश्यक लिखा-पढ़ी के बाद पुलिस ने आरोपित को मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में पेश किया। अदालत से ट्रांजिट रिमांड लेकर पुलिस उसे मुंबई लेकर चली गई।
छानबीन में जुटी मुंबई के जुहू पुलिस स्टेशन विले पार्ले (वेस्ट) से आई पुलिस टीम ने शहर कोतवाल श्रीप्रकाश गुप्ता से संपर्क किया। संयुक्त पुलिस टीमों ने आरोपित संतोष चौहान निवासी गांव जगदीशपुर कोतवाली मड़ियाहूं को जेसीज चौराहा के पास स्थित बैंक ऑफ इंडिया के पास से गिरफ्तार कर लिया। वह ऑनलाइन बेरोजगार से ठगी के जरिए अपने खाते में आए 19 लाख रुपये निकालने की फिराक में था। शहर कोतवाल ने बताया कि पूछताछ के दौरान आरोपित संतोष चौहान ने सफाई दी कि उसने अखबार में विज्ञापन देखकर ऑनलाइन खुद नौकरी के लिए आवेदन किया था। न जाने कहां से उसके खाते में 19 लाख रुपये आ गए। उन्होंने कहा कि संतोष चौहान गिरोह का प्यादा है। यह गिरोह बहुत बड़ा है और इसी तिकड़म से करोड़ों की हेराफेरी कर चुका है। आवश्यक लिखा-पढ़ी के बाद पुलिस ने आरोपित को मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में पेश किया। अदालत से ट्रांजिट रिमांड लेकर पुलिस उसे मुंबई लेकर चली गई।