पारदर्शिता का मखौल उड़ाया जा रहा है
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जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर में चल रहे
मूल्यांकन केंद्र में पारदर्शिता का मखौल उड़ाया जा रहा है। कापियां जांचने
के दौरान अधिकांश परीक्षक जमकर मोबाइल का प्रयोग कर रहे हैं। कई बार नंबर
बढ़वाने को परीक्षक और कुछ लोगों के बीच नोकझोंक हो चुकी है।
पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर के दो भवन में तीन मूल्यांकन केंद्र चल रहा है। जहां पर बीए, बीएससी, बीकॉम, बीएससी एजी की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन हो रहा है। तीनों मूल्यांकन केंद्रों पर 700 से अधिक महिला-पुरुष परीक्षक कापियों की जंचाई कर रहे है। कोडिग व स्टेपलिग के बाद कापियों के बंडल परीक्षकों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी निभाने के लिए विश्वविद्यालय कर्मचारी और बाहरी श्रमिक लगे हुए हैं। बाहरी श्रमिक भी मोबाइल का इस्तेमाल बेरोकटोक कर रहे हैं।
पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर के दो भवन में तीन मूल्यांकन केंद्र चल रहा है। जहां पर बीए, बीएससी, बीकॉम, बीएससी एजी की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन हो रहा है। तीनों मूल्यांकन केंद्रों पर 700 से अधिक महिला-पुरुष परीक्षक कापियों की जंचाई कर रहे है। कोडिग व स्टेपलिग के बाद कापियों के बंडल परीक्षकों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी निभाने के लिए विश्वविद्यालय कर्मचारी और बाहरी श्रमिक लगे हुए हैं। बाहरी श्रमिक भी मोबाइल का इस्तेमाल बेरोकटोक कर रहे हैं।