भारत में मुसलमान पूरी तरह महफूज हैं : मौलाना कल्बे जव्वाद
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जौनपुर।
शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जव्वाद रविवार को नगर के मुफ्ती हाउस इमामबाड़े
में स्व. सै. कासिम हुसैन की मजलिसे बरसी में शामिल होने पहुंचे थे।
उन्होंने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि भारत में मुसलमान पूरी तरह
सुरक्षित है और जिस तरह से बयान फिल्म अभिनेता नसीरुद्दीन शाह और अन्य
मुस्लिम अभिनेता दे रहे है वो गैरजिम्मेदाराना है। हालांकि कुछ हादसे जरुर
हुए है पर पूरी दुनिया में जिस तरह से हालात हैं उससे भारत में मुसलमान
पूरी तरह सुरक्षित है।
मौलाना कल्बे
जव्वाद ने कहा कि जिस तरह से इस्लामिक देश इजराइल, सीरिया, फिलिस्तीन,
पाकिस्तान व अन्य देशों में मुसलमानों का कत्ले आम किया जा रहा है उससे तो
बहुत बेहतर जिंदगी भारत के मुसलमान जी रहे हैं और पूरी तरह सुरक्षित हैं।
भारत हमारा मुल्क है और हम सब यहां आजादी के साथ रह रहे है। यह हमारे के
लिए फक्र की बात है। 2019 के लोकसभा चुनाव के बारे में उन्होंने कहा कि
शिया कौम उसको वोट करेगी जो उनकी कौम को ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचाएगा।
उन्होंने कांग्रेस व सपा पर जमकर हमला करते हुए कहा कि इनकी हुकुमतों के
दौरान हमें फायदा तो पहुंचाया नहीं गया बल्कि नुकसान तो ज्यादा पहुंचाया
गया। इसकी तुलना में भाजपा सरकार में हमें यदि फायदा नहीं पहुंचा तो नुकसान
भी नहीं पहुंचा।
राहुल गांधी व नरेंद्र
मोदी में से कौन बेहतर प्रधानमंत्री हो? के सवाल पर उन्होंने कहा कि जो
हमारे समाज के उत्थान के लिए काम करेगा वहीं हमारे देश का बेहतर
प्रधानमंत्री होगा। तीन राज्यों में कांग्रेस की जीत पर मौलाना कल्बे
जव्वाद ने कहा कि 15 सालों से दो राज्यों में भाजपा की सरकारें थी और
राजस्थान में हर पाँच साल में सरकार बदलती है। ऐसे में जनता ने अपने हिसाब
से सरकारें चुनी और हम सब उम्मीद करते हैं कि वो जनहित में कार्य करेगी।
कांग्रेस पर अपनी भड़ास निकालते हुए मौलाना कल्बे जव्वाद ने कहा कि सच्चर
कमेटी की सिफारिशें कांग्रेस जब लागू नहीं कर सकी तो अन्य सरकारों से क्या
उम्मीद की जाय।
उन्होंने कहा कि सच्चर
कमेटी की सिफारिशें लागू होती है तो मुसलमानों को और बेहतर जिंदगी जीने का
मौका मिलेगा। इसके पूर्व मजलिस को खेताब करते हुए उन्होंने कहा कि इस्लाम
को बचाने में हजरत इमाम हुसैन ने जो कुर्बानी दी है उससे शायद ही कोई भूला
सकता है। आज जो इस्लाम की दूसरी सूरत पेश की जा रही है वो यजीद के मानने
वाले हैं ऐसे में उनसे बचने की जरुरत है। इस मौके पर आयोजक सै. वसीउल हसन
रिजवी, इकबाल खान मधु, चंदन फैजाबादी, मौलाना इस्लामी, मौलाना तनवीर खान,
अली मंजर डेजी सहित अन्य लोग मौजूद रहे।