सूर्य षष्ठी: घाटों पर उमड़ा आस्था का सैलाब
https://www.shirazehind.com/2018/11/blog-post_277.html
जौनपुर। सूर्यदेव के आराधना का महापर्व सूर्य षष्ठी (छठ) बुधवार को श्रद्धा के साथ मनाया गया। व्रती महिलाओं ने उदीयमान सूर्य को अघर््य देकर पुत्रों के लंबी उम्र की कामना की। गोमती के विभिन्न घाटों पर अघर््य देने के लिए हजारों महिलाओं का हुजूम उमड़ा। तड़के से ही नगर से लेकर ग्रामीण इलाके के श्रद्धालु सिर पर पूजा सामग्री लेकर नदी की तरफ चल पड़े। सुबह होते-होते हजारों श्रद्धालु इकट्ठा हुए। छठ मइया का गीत गाती महिलाओं का समूह मनोहारी छटां बिखेर रहा था। आलम यह था कि घाटों पर तिल रखने तक की जगह नहीं बची। महिलाएं वेदी पूजन के बाद नदी में खड़ी होकर सूर्यदेव के उदीयमान होने का इंतजार करने लगीं। पूरब संस्कृति की छठा बिखरेती पारंपरिक वेशभूषा में रंग-बिरंगे पीत वस्त्र धारी कपड़े पहन कर महिलाएं घरों से माथे पर पूजा सामग्री लिए घाटों तक गई। कई घरों में मन्नत पूरी होने पर कोसी भी भरा गया। व्रती महिलाओं के साथ बैंडबाजा, डोल-नगाढ़े बजाते लोग झूमते गाते घाटों की तरफ जा रहे थे। उनके समूह से भोजपुरी के कर्णप्रिय पारंपरिक गीत गूंज रहे थे। जिला मुख्यालय के विसर्जन घाट, गोपी घाट, हनुमान घाट, केरारवीर घाट, गुलर घाट, पांचो शिवाला घाट, गोकुल घाट, सूरज घाट, जोगियापुर, अचला देवी घाट सहित जफराबाद, केराकत, शाहगंज, बदलापुर, मछलीशहर, मड़ियाहूं, मुंगराबादशाहपुर, खुटहन सहित अन्य ग्रामीणांचलों के जलाशयों के किनारे पूजन-अर्चन करने वाली महिलाओं की भारी भीड़ लगी रही।