GOOD NEWS : अब जौनपुर से I T I करने वालो को भी विदेशो में मिलेगी नौकरी
https://www.shirazehind.com/2018/09/good-news-i-t-i.html
जौनपुर। आईटीआई करने वालो के लिए गुड न्यूज है। अब जिले के सरकारी आईटीआई
संस्थानो में पढ़ाई करने वालो को राष्ट्रीय स्तर की मार्कशीट मिलेगी। जिसके
माध्यम से अभ्यार्थी देश ही नही विदेशो में नौकरी कर पायेगें। अभी तक के
छात्रो को उत्तर प्रदेश स्तर का सार्टिफिकेट मिलता था जिसके माध्यम सेे
छात्र-छात्राए केवल यूपी में ही नौकरी कर पाते थे। लेकिन इस मार्कशीट से
उत्तर प्रदेश के सरकारी आईटीआई कालेजो में टीचर नही बन पाते थे।
जौनपुर के राष्ट्रीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान सिद्दीकपुर, राष्ट्रीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान शाहगंज और राष्ट्रीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान उसराव को स्टेट एस सी वी टी व्यवसाय ( state council vocational training ) से एन सी वी टी ( national council vocational training ) हो गया है। जिले की तीनो कालेजो के तरक्की का सूत्रधार बने है सिद्दीकपुर कालेज के कार्यवाहक प्रधानाचार्य राजकुमार यादव। श्री यादव ने अथक प्रयास करके तीनो संस्थानो को एक साथ राष्ट्रीय स्कूल का दर्जा दिला दिया। प्रधानाचार्य ने शिराज ए हिन्द डाॅट काम से बातचीत करते हुए कहा कि अभी तक इन तीनो संस्थानो में यूपी का सार्टिफिकेट मिलता था। इसके माध्यम से छात्र उत्तर प्रदेश में नौकरी पा जाते थे लेकिन अन्य स्टेटो व विदेशो में नौकरी नही मिलती थी न ही उत्तर प्रदेश के सरकारी आईटीआई स्कूलो में शिक्षक की नौकरी भी नही मिलती थी।
इस सत्र से प्रशिक्षण लेने वाले छात्र-छात्राओ को राष्ट्रीय स्तर का सार्टिफिकेट मिलेगा। जिसके माध्यम से अभ्यार्थी देश ही नही विदेशो में नौकरी कर सकेगें।
जौनपुर के राष्ट्रीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान सिद्दीकपुर, राष्ट्रीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान शाहगंज और राष्ट्रीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान उसराव को स्टेट एस सी वी टी व्यवसाय ( state council vocational training ) से एन सी वी टी ( national council vocational training ) हो गया है। जिले की तीनो कालेजो के तरक्की का सूत्रधार बने है सिद्दीकपुर कालेज के कार्यवाहक प्रधानाचार्य राजकुमार यादव। श्री यादव ने अथक प्रयास करके तीनो संस्थानो को एक साथ राष्ट्रीय स्कूल का दर्जा दिला दिया। प्रधानाचार्य ने शिराज ए हिन्द डाॅट काम से बातचीत करते हुए कहा कि अभी तक इन तीनो संस्थानो में यूपी का सार्टिफिकेट मिलता था। इसके माध्यम से छात्र उत्तर प्रदेश में नौकरी पा जाते थे लेकिन अन्य स्टेटो व विदेशो में नौकरी नही मिलती थी न ही उत्तर प्रदेश के सरकारी आईटीआई स्कूलो में शिक्षक की नौकरी भी नही मिलती थी।
इस सत्र से प्रशिक्षण लेने वाले छात्र-छात्राओ को राष्ट्रीय स्तर का सार्टिफिकेट मिलेगा। जिसके माध्यम से अभ्यार्थी देश ही नही विदेशो में नौकरी कर सकेगें।