चर्च में मंगलवार को भी प्रार्थना नहीं हो पाई
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जौनपुर। चंदवक थाना क्षेत्र के भूलनडीह गांव स्थित ईसाई उपासना-स्थल के
कथित चर्च में मंगलवार को भी प्रार्थना नहीं हो पाई। वहां मौजूद फोर्स ने
अनुयायियों को सभास्थल के आसपास तक फटकने नहीं दिया। दूर-दराज से आए लोगों
ने काफी मिन्नतें की लेकिन उन्हें भीतर नहीं जाने दिया गया। रविवार को
धक्का-मुक्की और पथराव से सतर्क पुलिस आज किसी नरमी के मूड में नहीं दिखी।
रविवार को भी धर्म परिवर्तन से आहत क्षत्रिय महासभा के प्रदेश सचिव सर्वेश सिंह के नेतृत्व में हिन्दू संगठनों ने हल्ला बोलते हुए चर्च पर कब्जा कर लिया था। इसके बाद प्रार्थना की तैयारी में जुटे कर्मियों में हड़कंप मच गया। भीड़ देख लोग पहले तो अनुयायी दो दो हाथ करने को बढ़े लेकिन माहौल देख सभी वहां से भाग खड़े हुए। तनाव देखते हुए वहां कई थानों की पुलिस तैनात कर फायर ब्रिगेड को भी मौके पर भेज दिया गया था। भीड़ जमा हुई तो वहां पहुंची कुछ महिलाएं जबरन भीतर घुसने लगीं। कुछ तो वहीं सड़क पर लेट गईं। उनको रोकने के प्रयास में पुलिस से धक्का-मुक्की होने लगी थी। कुछ ने ईंट पत्थर भी चला दिए। हालांकि उन्हें बिना प्रार्थना किए बौरंग लौटना पड़ा। इसी दौरान क्षत्रिय महासभा ने चेतावनी दी थी कि मंगलवार को प्रार्थना हुई तो उग्र प्रदर्शन होगा। इससे प्रशासन ने मुस्तैदी शुरू कर दी। सोमवार से ही क्षेत्र में गश्त बढ़ा दी गई थी। सुबह होते ही पूरे गांव में पुलिस बल आने लगा। चर्च की ओर आने वाले रास्तों पर टुकड़ियां लगी हुई थीं जो अनुयायियों को बीच रास्ते से ही लौटा दिया गया।
रविवार को भी धर्म परिवर्तन से आहत क्षत्रिय महासभा के प्रदेश सचिव सर्वेश सिंह के नेतृत्व में हिन्दू संगठनों ने हल्ला बोलते हुए चर्च पर कब्जा कर लिया था। इसके बाद प्रार्थना की तैयारी में जुटे कर्मियों में हड़कंप मच गया। भीड़ देख लोग पहले तो अनुयायी दो दो हाथ करने को बढ़े लेकिन माहौल देख सभी वहां से भाग खड़े हुए। तनाव देखते हुए वहां कई थानों की पुलिस तैनात कर फायर ब्रिगेड को भी मौके पर भेज दिया गया था। भीड़ जमा हुई तो वहां पहुंची कुछ महिलाएं जबरन भीतर घुसने लगीं। कुछ तो वहीं सड़क पर लेट गईं। उनको रोकने के प्रयास में पुलिस से धक्का-मुक्की होने लगी थी। कुछ ने ईंट पत्थर भी चला दिए। हालांकि उन्हें बिना प्रार्थना किए बौरंग लौटना पड़ा। इसी दौरान क्षत्रिय महासभा ने चेतावनी दी थी कि मंगलवार को प्रार्थना हुई तो उग्र प्रदर्शन होगा। इससे प्रशासन ने मुस्तैदी शुरू कर दी। सोमवार से ही क्षेत्र में गश्त बढ़ा दी गई थी। सुबह होते ही पूरे गांव में पुलिस बल आने लगा। चर्च की ओर आने वाले रास्तों पर टुकड़ियां लगी हुई थीं जो अनुयायियों को बीच रास्ते से ही लौटा दिया गया।