जन सुनवाई पोर्टल पर झूठी रिर्पोट अपलोड कर दिया बीडीओ ने
https://www.shirazehind.com/2018/09/blog-post_853.html
जौनपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फरियादियों की समस्याओ और शिकायतो को त्वरितगति से पूरी पारदर्शिता से करने के लिए जन सुनवाई पोर्टल खोल रखा है। सरकार की मंशा है कि अधिकारी कर्मचारी इस पोर्टल पर आने वाले शिकायतो और समस्याओ का निस्तारण करके फरियादी और सरकार तक जानकारी देगें। लेकिन सरकार की मंशा पर सरकारी मुलाजिम पूरी तरह से पानी फेर रहे है। इसकी बनगी प्रतिदिन देखने और सुनने को मिलती है। इस पोर्टल पर आने वाले शिकायतो का सम्बधित विभाग के अधिकारी कर्मचारी अपने कार्यालय में बैठे बैठे कागजो पर निपटाकर पोर्टल पर अपलोड कर देते है। हैरत की बात यह है कि अफसरो को अच्छी तरह पता है इस पर आने वाले शिकायतो पर नजर सीधे पंचल तल तक रहता इसके बाद भी बेखौफ होकर झूठी रिपोर्ट अपलोड की जा रही है।
ऐसा एक मामला देखने को मिला है जिले के सुजानगंज ब्लाक के बखोपुर गांव में। इस गांव में मनरेगा के तहत एक खेत का समतलीकरण कार्य जेसीबी मशीन और ट्रैक्टर से किया गया है। इस गांव के निवासी समाजसेवी मनोज मिश्र ने इस गड़बड़झाले की शिकायत जनसुनवाई पोर्टल पर किया। डीएम ने इसे गम्भीरता से लेते हुए इसकी जांच बीडीओ सुजानगंज को सौपा। बीडीओ ने वगैर जांच कराये मनरेगा मजदूरो से कार्य कराये जाने की रिपोर्ट अपलोड कर दिया। जब इसकी जानकारी शिकायतकर्ता को लगी तो उनके पैरो तले से जमीन ही खिसक गयी। मनोज ने बीडीओ पर आरोप लगाते हुए कहा कि मैने कार्य होते समय की जेसीबी मशीन और ट्रैक्टर की फोटो और जिन मजदूरो को फर्जी काम करना बताया गया है उनका हलफनामा भी पोर्टल पर अपलोड किया था। अब मनोज ने इसकी शिकायत कमिशनर वाराणसी से किया है।
बीडीओ जयेश कुमार सिंह ने कहा कि बिना आख्या के जांच प्रस्तुत नहीं किया जाता है मनरेगा का काम मजदूरों द्वारा ही कराया गया है। जिसका प्रमाण भी उपलब्ध कराया गया है।
ऐसा एक मामला देखने को मिला है जिले के सुजानगंज ब्लाक के बखोपुर गांव में। इस गांव में मनरेगा के तहत एक खेत का समतलीकरण कार्य जेसीबी मशीन और ट्रैक्टर से किया गया है। इस गांव के निवासी समाजसेवी मनोज मिश्र ने इस गड़बड़झाले की शिकायत जनसुनवाई पोर्टल पर किया। डीएम ने इसे गम्भीरता से लेते हुए इसकी जांच बीडीओ सुजानगंज को सौपा। बीडीओ ने वगैर जांच कराये मनरेगा मजदूरो से कार्य कराये जाने की रिपोर्ट अपलोड कर दिया। जब इसकी जानकारी शिकायतकर्ता को लगी तो उनके पैरो तले से जमीन ही खिसक गयी। मनोज ने बीडीओ पर आरोप लगाते हुए कहा कि मैने कार्य होते समय की जेसीबी मशीन और ट्रैक्टर की फोटो और जिन मजदूरो को फर्जी काम करना बताया गया है उनका हलफनामा भी पोर्टल पर अपलोड किया था। अब मनोज ने इसकी शिकायत कमिशनर वाराणसी से किया है।
बीडीओ जयेश कुमार सिंह ने कहा कि बिना आख्या के जांच प्रस्तुत नहीं किया जाता है मनरेगा का काम मजदूरों द्वारा ही कराया गया है। जिसका प्रमाण भी उपलब्ध कराया गया है।