हवा में फरमान, अफसर नहीं दे रहे ध्यान
https://www.shirazehind.com/2018/09/blog-post_430.html
जौनपुर । पॉलीथिन व थर्मोकोल से बने सामान को प्रतिबंधित किए जाने के बाद भी जिले में उसका असर नहीं दिख रहा है। ठेले से लेकर नामचीन दुकानों तक सभी धड़ल्ले से इसका प्रयोग कर रहे हैं। सड़क पर फैली पॉलीथिन को खाने से प्रतिमाह तीन से चार मवेशियों को जान गंवानी पड़ रही है। पॉलीथिन के दुष्प्रभावों व इससे पर्यावरण को होने वाले नुकसान को रोकने लिए सरकार ने जुलाई में ही प्लास्टिक व थर्मोकोल से बने सामान के उपयोग पर रोक लगा दी है, लेकिन जिम्मेदारों की उदासीनता आदेश को प्रभावी नहीं बनने दे रही है। शहर भर में प्लास्टिक से बने दोना-पत्तल बिक रहे हैं। हर चैराहे पर सब्ज्यिां, फल, मिष्ठान सहित सभी दुकानों पर पालीथिन बिक रही है। आमजन भी अपनी सहूलियत के लिए पॉलीथिन का बेहिचक उपयोग करते हैं। प्रयोग के बाद उन्हें सफाई कर्मियों द्वारा एक स्थान पर एकत्र कर छोड़ दिया जाता है। जिसे सड़क पर घूमने वाले छुट्टा जानवर अपना आहार बना रहे हैं, जो उनके लिए मौत का कारण बन रही हैं, लेकिन कोई इस ओर ध्यान देना मुनासिब नहीं समझता है।