रीता बहुगुणा के दुर्व्यवहार के चलते सदस्यो ने किया जिला योजना की बैठक का बहिष्कार
https://www.shirazehind.com/2018/09/blog-post_411.html
जौनपुर। जिला योजना की बैठक में भारी हंगामा हो गया। प्रभारी मंत्री रीता बहुगुणा जोशी के दुर्व्यवहार के चलते से नाराज होकर 57 सदस्यों में से 33 सदस्यो ने बैठक का बहिष्कार करते हुए सदन से बाहर निकल गये। सदस्यो के बहिष्कार के बाद भी बैठक का कोरम पूरा दिखाकर प्रस्ताव को पास कर दिया गया। हलांकि जिला पंचायत अध्यक्ष राजबहादुर यादव कई बार सदस्यो को समझाने बुझाने का प्रयास किया लेकिन सदस्यो के गुस्से के कारण नतीजा सिफर ही निकला। रीता बहुगुणा ने कहा कि ये लोग पहले से ही बहिष्कार करने का मन बनाकर आये थे इसी लिए कार्यवाही रजिस्टर पर किसी ने हस्ताक्षर नही किया। उन्होने कहा कि सर्वसम्मत से छह अरब 57 लाख रूपये की योजना का प्रस्ताव पास हो गया।
जिला योजना की बैठक कई किन्ही किन्ही परिस्थितियों टाल दिया गया था। आज सूबे की कैबिनेट मंत्री व जिले की प्रभारी मंत्री रीता बहुगुणा जोशी की अध्यक्षता में बैठक शुरू हुई। बैठक शुरू होते ही जिला पंचायत के 31 सदस्य और नगर निकाय के दो सदस्यो ने जिला योजना में अपने अपने प्रस्ताव को शामिल करने की मांग करने लगे। सदस्यो की मांग थी कि हर बार हम लोगो की योजनाओ को शामिल नही किया जाता केवल अगली बार शामिल करने का लाली पाॅप दिया जाता है। सदस्यो का आरोप है कि हमारी मांगो को दबाने के लिए रीता बहुगुणा ने हम लोगो को अपशब्दो ने से अपमानित किया साथ यह भी कह डाली की हम लोग सदन के सदस्य तक नही है। जिसके कारण हम लोग बहिष्कार कर दिया। बैठक में सपा विधायक पारसनाथ यादव, शैलेन्द्र यादव ललई और जगदीश सोनकर नही आये थे। बसपा विधायक सुषमा पटेल बैठक में शामिल हुई लेकिन बैठक समाप्त होने से पूर्व ही सदन से निकल गयी।
जिला योजना की बैठक कई किन्ही किन्ही परिस्थितियों टाल दिया गया था। आज सूबे की कैबिनेट मंत्री व जिले की प्रभारी मंत्री रीता बहुगुणा जोशी की अध्यक्षता में बैठक शुरू हुई। बैठक शुरू होते ही जिला पंचायत के 31 सदस्य और नगर निकाय के दो सदस्यो ने जिला योजना में अपने अपने प्रस्ताव को शामिल करने की मांग करने लगे। सदस्यो की मांग थी कि हर बार हम लोगो की योजनाओ को शामिल नही किया जाता केवल अगली बार शामिल करने का लाली पाॅप दिया जाता है। सदस्यो का आरोप है कि हमारी मांगो को दबाने के लिए रीता बहुगुणा ने हम लोगो को अपशब्दो ने से अपमानित किया साथ यह भी कह डाली की हम लोग सदन के सदस्य तक नही है। जिसके कारण हम लोग बहिष्कार कर दिया। बैठक में सपा विधायक पारसनाथ यादव, शैलेन्द्र यादव ललई और जगदीश सोनकर नही आये थे। बसपा विधायक सुषमा पटेल बैठक में शामिल हुई लेकिन बैठक समाप्त होने से पूर्व ही सदन से निकल गयी।