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1963 लोकसभा उप चुनाव में चुनाव प्रचार करते अटल जी |
जौनपुर। नौ सप्ताह से दिल्ली के एम्स अस्पताल में जीवन और मौत के बीच संर्घष करते हुए पांच बजकर 5 मिनट पर जिंदगी की जंग हारने वाले पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जौनपुर से गहरा लगाव था । उनके सबसे परम् मित्र जहांगीराबाद मोहल्ले के निवासी पूर्व राज्यसभा सदस्य स्वर्गीय कपिल वर्मा रहे है। स्व0 वर्मा और अटलजी एक साथ दिल्ली में पत्रकारिता किया था। इसके अलावा 1963 लोकसभा उप चुनाव में जनसंघ प्रत्याशी प0 दीनदयाल उपाध्याय के चुनाव प्रचार के लिए अटल बिहारी वाजपेयी ने जिले में करीब एक सप्ताह तक जिले में डेरा डालकर शहर की गलियों से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों की खाक छानी थी। हलांकि यह चुनाव जनसंघ प्रत्याशी दीनदयाल उपाध्याय कांग्रेस के राजदेव सिंह से हार गये थे।
जिले के कई नेताओ से अटलजी की करीबियां रही है। जिसमें स्व0 राजा यादवेन्द्रदत्त दुबे, उमानाथ सिंह , आरएसएस के बरिष्ठ कार्यकर्ता स्व0 शशिकांत वर्मा समेत आधा दर्जन से अधिक लोग शामिल रहे।