शौचालय निर्माण के लिए भेजा जा रहा 25 करोड़
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जौनपुर। जिले को ओडीएफ घोषित कराने में अब गिने दिन शेष हैं, लेकिन लक्ष्य
अभी भी काफी अधिक है। ऐसे में प्रशासन के सामने बड़ी चुनौती है, जिससे
निबटने की उच्चाधिकारी हर कोशिश कर रहे हैं। 169 ग्राम पंचायतों और को जल्द
से जल्द ओडीएफ घोषित कराने के लिए नामित किए गए नोडल अधिकारी अवर अभियंता,
एडीओ और बीडीओ को के साथ जिलाधिकारी अर¨वद मलप्पा बंगारी ने शनिवार को
प्रेक्षागृह में बैठक किया। अभियान के बारे में रणनीति तय करते हुए एक-दो
दिन में इन ग्राम पंचायतों में 25 करोड़ रुपये से अधिक के बजट के भेजने की
जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह धन ग्राम पंचायत से नेफ्ट के माध्यम से
सीधे लाभार्थी खाते में भेजा जाएगा।
जनपद को गांधी जयंती तक ओडीएफ घोषित कराया जाना है। अब तक 1053 गांवों को ओडीएफ घोषित किया जा चुका है। जिलाधिकारी ने बैठक के दौरान संबंधित नोडल अधिकारियों से आने वाली समस्याओं के बारे में जानकारी लिया। साथ ही ही तेजी से काम कराने के लिए जोर दिया। बैठक से यह बात सामने आई कि अब तक 300 या उससे अधिक की आवश्यता वाले में शौचालय निर्माण के लिए बीडीओ, एडीओ पंचायत और जेई को लगाया गया है। इन्हें भेजकर संबंधित गांवों में लाभार्थियों को आने वाली दिक्कतों की जानकारी लिया। डीएम ने मानक का ध्यान रखते हुए काम कराने को कहा। इस दौरान उन्होंने बताया कि चालू वित्तीय वर्ष में 2 लाख 99 हजार शौचालय निर्माण का लक्ष्य है। इसके सापेक्ष अब तक 1 लाख 91 हजार शौचालय का निर्माण कराया जा चुका है। निर्माण के बाद 65 फीसद शौचालयों की जियो टै¨गग भी कराई जा चुकी है। इस दौरान डीएम ने स्वच्छता सर्वेक्षण अभियान को लेकर भी संबंधित अधिकारियों से चर्चा की। इस दौरान सीडीओ आलोक ¨सह, डीपीआरओ सभाजीत पांडेय और डीएसटीओ ने भी नोडल अधिकारियों को जानकारी दी। 39 अफसरों से मांगा स्पष्टीकरण
जिलाधिकारी की इस बैठक से 39 अफसर अनुपस्थित थे, जो नोडल अधिकारी बनाए गए हैं। इसे गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी ने संबंधित विभागों के अधिकारियों से अनुपस्थित होने के लिए स्पष्टीकरण मांगा।
जनपद को गांधी जयंती तक ओडीएफ घोषित कराया जाना है। अब तक 1053 गांवों को ओडीएफ घोषित किया जा चुका है। जिलाधिकारी ने बैठक के दौरान संबंधित नोडल अधिकारियों से आने वाली समस्याओं के बारे में जानकारी लिया। साथ ही ही तेजी से काम कराने के लिए जोर दिया। बैठक से यह बात सामने आई कि अब तक 300 या उससे अधिक की आवश्यता वाले में शौचालय निर्माण के लिए बीडीओ, एडीओ पंचायत और जेई को लगाया गया है। इन्हें भेजकर संबंधित गांवों में लाभार्थियों को आने वाली दिक्कतों की जानकारी लिया। डीएम ने मानक का ध्यान रखते हुए काम कराने को कहा। इस दौरान उन्होंने बताया कि चालू वित्तीय वर्ष में 2 लाख 99 हजार शौचालय निर्माण का लक्ष्य है। इसके सापेक्ष अब तक 1 लाख 91 हजार शौचालय का निर्माण कराया जा चुका है। निर्माण के बाद 65 फीसद शौचालयों की जियो टै¨गग भी कराई जा चुकी है। इस दौरान डीएम ने स्वच्छता सर्वेक्षण अभियान को लेकर भी संबंधित अधिकारियों से चर्चा की। इस दौरान सीडीओ आलोक ¨सह, डीपीआरओ सभाजीत पांडेय और डीएसटीओ ने भी नोडल अधिकारियों को जानकारी दी। 39 अफसरों से मांगा स्पष्टीकरण
जिलाधिकारी की इस बैठक से 39 अफसर अनुपस्थित थे, जो नोडल अधिकारी बनाए गए हैं। इसे गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी ने संबंधित विभागों के अधिकारियों से अनुपस्थित होने के लिए स्पष्टीकरण मांगा।