डायरिया की चपेट में अनुसूचित जाति बस्ती, 12 पीड़ित
https://www.shirazehind.com/2018/08/12_13.html
जौनपुर। काजीपुर गांव की अनुसूचित जाति बस्ती डायरिया की चपेट में है।
सोमवार की सुबह हालत बिगड़ने पर 10 पीड़ितों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र
मड़ियाहूं में भर्ती कराया गया जहां दो बच्चों की हालत नाजुक देख जिला
अस्पताल रेफर कर दिया गया। सूचना पर जिला मुख्यालय से पहुंची स्वास्थ्य टीम
में छिड़काव व पीड़ितों का परीक्षण कर दवाएं वितरित किया।
बस्ती के कुछ बच्चों को रविवार की शाम उल्टी-दस्त शुरू हुई। परिवार के लोगों ने देशी उपचार किया लेकिन आराम नहीं मिला। सुबह होते-होते पीड़ितों की संख्या 12 से अधिक पहुंच गई। हालत बिगड़ने पर रिया, प्रिया, सचिन, सुहानी, आयुष, आशीष, अतुल, रवि, खुशबू, ¨प्रस, अशर्फी लाल, रामशिरोमणि को समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मड़ियाहूं में भर्ती कराया गया। यहां से हालत नाजुक देख सचिन व सोनाली को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।
गांव में डायरिया फैलने की सूचना पर जिला मुख्यालय से संचारी रोग प्रभारी डा. गजेंद्र सिंह के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंच गई। पीड़ितों का उपचार कर दवाएं, ओआरएस घोल, जिंक व क्लोरीन की टिकिया वितरित की गई। टीम ने नालियों व गंदगी वाले स्थानों पर दवाओं का छिड़काव भी किया। संचारी रोग प्रभारी ने बताया कि स्थिति अब नियंत्रण में है। ग्रामीणों को साफ-सफाई, ताजा भोजन और पानी उबालकर पीने की सलाह दी गई है। यह भी कहा गया है कि यदि किसी को उल्टी-दस्त की शिकायत हो तो तुरंत अस्पताल में ले जाकर उपचार कराएं।
बस्ती के कुछ बच्चों को रविवार की शाम उल्टी-दस्त शुरू हुई। परिवार के लोगों ने देशी उपचार किया लेकिन आराम नहीं मिला। सुबह होते-होते पीड़ितों की संख्या 12 से अधिक पहुंच गई। हालत बिगड़ने पर रिया, प्रिया, सचिन, सुहानी, आयुष, आशीष, अतुल, रवि, खुशबू, ¨प्रस, अशर्फी लाल, रामशिरोमणि को समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मड़ियाहूं में भर्ती कराया गया। यहां से हालत नाजुक देख सचिन व सोनाली को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।
गांव में डायरिया फैलने की सूचना पर जिला मुख्यालय से संचारी रोग प्रभारी डा. गजेंद्र सिंह के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंच गई। पीड़ितों का उपचार कर दवाएं, ओआरएस घोल, जिंक व क्लोरीन की टिकिया वितरित की गई। टीम ने नालियों व गंदगी वाले स्थानों पर दवाओं का छिड़काव भी किया। संचारी रोग प्रभारी ने बताया कि स्थिति अब नियंत्रण में है। ग्रामीणों को साफ-सफाई, ताजा भोजन और पानी उबालकर पीने की सलाह दी गई है। यह भी कहा गया है कि यदि किसी को उल्टी-दस्त की शिकायत हो तो तुरंत अस्पताल में ले जाकर उपचार कराएं।