सेवा नियमावली बनवाकर ही माध्यमिक शिक्षा को पटरी पर लाया जा सकता हैः रमेश सिंह
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जौनपुर।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रान्तीय नेतृत्व के आह्वान पर जनपद
के शिक्षकों ने जिला संयोजक सरोज सिंह के नेतृत्व में शनिवार को जिला
विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पर धरना दिया। इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष व
विधायक चेत नारायण सिंह ने कहा कि वर्तमान सरकार ने एक वर्ष से अधिक
कार्यकाल बीत जाने के बाद भी माध्यमिक शिक्षा व शिक्षकों के लिये कोई ठोस
पहल नहीं किया। बीते माह मार्च में उप मुख्यमंत्री व माध्यमिक शिक्षा
मंत्री दिनेश शर्मा से हुई वार्ता में 4 बिन्दुओं पर सहमति बन चुकी थी
लेकिन शासनादेश निर्गत होने की दिशा में ठोस पहल नहीं होने पर बीते 12 जून
की बैठक में निर्णय लिया गया कि अब संघर्ष के अलावा कोई विकल्प शेष नहीं
है। श्री सिंह ने कहा कि हमारा संगठन अपनी बहुप्रतिक्षित 8 सूत्रीय मांग
क्रमशः मान्यता की धारा 7क (क) का 7(4) में परिवर्तन, नयी पेंशन योजना
समाप्त कर पुरानी पेंशन योजना लागू कराना, कोषागार से वेतन आर्हरित कर रहे
अद्यतन कार्यरत तदर्थ शिक्षकों का विनियमितिकरण, माध्यमिक शिक्षकों एवं
कर्मचारियों को चिकित्सकीय सुविधा प्रदान कराना, एलटी ग्रेड में संविलयित
शिक्षकों को सीटी ग्रेट सेवा का लाभ दिलाना, आमेलित विषय विशेषज्ञों को
उनकी पूर्व की सेवाओं का लाभ दिलाना, एलटी ग्रेड शिक्षकों के प्रोन्नति
वेतनमान हेतु स्नातकोत्तर उपाधि की बाध्यता समाप्त कराना तथा माध्यमिक
व्यवसायिक व कम्प्यूटर अनुदेशकों की शिक्षक पद पर नियुक्ति है। प्रदेश
अध्यक्ष ने कहा कि इसके लिये आर-पार के संघर्ष को कटिबद्ध है। इसी क्रम में
प्रान्तीय उपाध्यक्ष रमेश सिंह ने कहा कि वाराणसी परिक्षेत्र के सभी
शिक्षकों का भरोसा संघर्षों में है। उन्होंने कहा कि पुरानी पेंशन योजना
बहाली एवं वित्तविहिन शिक्षकों की सेवा नियमावली बनवाकर ही माध्यमिक शिक्षा
को पटरी पर लाया जा सकता है। उन्होंने आगामी तृतीय चरण के कार्यक्रम 9
अगस्त क्रान्ति दिवस पर मशाल जुलूस में शिक्षकों से भारी संख्या में
सहभागिता करने का आह्वान किया। इस अवसर पर प्रान्तीय संगठन मंत्री जेपी
राय, मण्डल अध्यक्ष संत सेवक सिंह, शैक्षिक विचार पत्रिका के सम्पादक
वीरेन्द्र प्रताप सिंह, डा. राकेश सिंह, संकठा सिंह, अशोक श्रीवास्तव,
शिवमूरत यादव, नरसिंह बहादुर सिंह, सुधाकर सिंह, ठाकुर प्रसाद तिवारी,
प्रमोद सिंह, जय प्रकाश सिंह, डा. रणजीत सिंह, शशि प्रकाश मिश्र, चन्द्र
प्रकाश दूबे, दिलीप सिंह, गजाधर राय, सुनील सिंह, जयकिशुन यादव, अतुल सिंह,
इन्द्रपाल सिंह, अजय प्रकाश सिंह सहित सैकड़ों शिक्षक उपस्थित रहे।