एसपी से शिकायत के बाद दबंगो ने अधिवक्ता के घर पर फिर बोला धावा
https://www.shirazehind.com/2018/07/blog-post_239.html
जौनपुर। दीवानी न्यायालय के अधिवक्ता विनय विक्रम यादव निवासी सफीपुर,
खेतासराय के घर पर मंगलवार की शाम दोबारा दबंगों ने चढ़कर गालियां व जान से
मारने की धमकी दी जबकि इसी को लेकर मंगलवार को वकीलों ने विरोध स्वरूप
कार्य बहिष्कार किया था। नारेबाजी करते हुए एसपी सिटी व एसपी ग्रामीण से
मिलकर चेतावनी देते हुए आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग किया था।
बुधवार को संघ ने प्रस्ताव के जरिए पुलिस प्रशासन को 24 घंटे का अल्टीमेटम
दिया है। पूर्व में इसी विवाद पर मौके पर पहुंचे थानाध्यक्ष खेतासराय
योगेंद्र सिंह द्वारा अधिवक्ता को सही ठहराने, विपक्षी को विवाद न करने की
नसीहत देने एवं नेताओं को अपशब्द कहने का वीडियो वायरल होने पर थानाध्यक्ष
को पुलिस अधीक्षक द्वारा निलंबित कर दिया गया था।
अधिवक्ता विनय ने बुधवार को संघ के अध्यक्ष बृजनाथ पाठक व मंत्री बरसातू राम को दरखास्त दिया कि मंगलवार की शाम विपक्षी दबंगों ने दोबारा उनके घर पर चढ़कर गालियां व धमकी दिया। उस वक्त घर पर महिलाएं थीं। हम लोगों के आने जाने का एकमात्र रास्ता आज भी बंद किए हुए हैं। मंगलवार को पुलिस अधिकारियों ने आश्वासन दिया था कि विपक्षी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अधिवक्ताओं का कहना था कि पुलिस के उच्चाधिकारियों ने अधिवक्ता के मामले में कोई कार्यवाही नहीं की। इसी वजह से दबंगों का मन और बढ़ गया है। अधिवक्ता डर वश घर नहीं जा रहा है। उसकी हत्या हो सकती है। घर वाले भी डर के कारण बाहर नहीं निकल रहे हैं। अधिवक्ता संघ ने प्रस्ताव भेजकर पुलिस प्रशासन को 24 घंटे के भीतर विपक्षियों के खिलाफ कार्यवाही करने एवं अधिवक्ता का बंद रास्ता खोलवाने का अल्टीमेटम दिया।
अधिवक्ता विनय ने बुधवार को संघ के अध्यक्ष बृजनाथ पाठक व मंत्री बरसातू राम को दरखास्त दिया कि मंगलवार की शाम विपक्षी दबंगों ने दोबारा उनके घर पर चढ़कर गालियां व धमकी दिया। उस वक्त घर पर महिलाएं थीं। हम लोगों के आने जाने का एकमात्र रास्ता आज भी बंद किए हुए हैं। मंगलवार को पुलिस अधिकारियों ने आश्वासन दिया था कि विपक्षी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अधिवक्ताओं का कहना था कि पुलिस के उच्चाधिकारियों ने अधिवक्ता के मामले में कोई कार्यवाही नहीं की। इसी वजह से दबंगों का मन और बढ़ गया है। अधिवक्ता डर वश घर नहीं जा रहा है। उसकी हत्या हो सकती है। घर वाले भी डर के कारण बाहर नहीं निकल रहे हैं। अधिवक्ता संघ ने प्रस्ताव भेजकर पुलिस प्रशासन को 24 घंटे के भीतर विपक्षियों के खिलाफ कार्यवाही करने एवं अधिवक्ता का बंद रास्ता खोलवाने का अल्टीमेटम दिया।