गौरव सिंह ने मुन्ना बजरंगी हत्याकाण्ड सी0बी0आई0 जांच के लिए लिखा मुख्यमंत्री को पत्र
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जौनपुर।
विगत दिनों पूर्वांचल के कुख्यात गैंगेस्टर प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना
बजरंगी की हत्या बागपत जेल में गोली मारकर कर दी गयी थी। जो कि पूरे
प्रदेश को हिलाकर रख दिया था। इस घटना ने सरकार के ‘‘न गुण्डाराज, न
भ्रष्टाचार’’ के नारे को मटियामेट कर दिया। जिसका संज्ञान लेते हुए प्रदेश
के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने न्यायिक जांच हेतु तत्कालीन आदेश दे दिया
था। परन्तु न्यायिक जांच में अभी तक बागपत जेल के अन्दर अवैध पिस्टल कैसे
गयी, यह तक नहीं पता लगाया जा सका है और न ही इस मामले में किसी की
गिरफ्तारी ही हो सकी है, हालांकि सरकार द्वारा जेलर बागपत समेत चार लोगों
का निलम्बन करके इस मामले पर मिट्टी डालने का कार्य किया गया था, यह घटना
सरकार के कार्य प्रणाली पर एक बड़ा प्रश्नचिन्ह है। इस मामले में मुन्ना
बजरंगी के परिजनों ने मा0 उच्च न्यायालय की लखनऊ खण्डपीठ में सी0बी0आई0
जांच हेतु याचिका दायर की है, जिसमें मा0 न्यायालय द्वारा उत्तर प्रदेश
सरकार से चार सप्ताह के अन्दर अपना पक्ष रखने हेतु निर्देशित किया गया है।
कुछ दिन पूर्व यह मामला सदन में मा0 सांसदगण द्वारा भी उठाया गया था और यह
निवेदन किया गया था कि एक विचाराधीन कैदी की हत्या जेल के अन्दर अवैध
पिस्टल से कर दी जाती है और न्यायिक जांच में अभी तक इसका पर्दाफाश नहीं
किया जाता है। इसलिए यह प्रकरण सी0बी0आई0 जांच का विषय है। इस मामले में
दिनांक 28.07.2018 को तिलकधारी महाविद्यालय जौनपुर के वरिष्ठ छात्र नेता
गौरव सिंह ने मा0 मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर सी0बी0आई0 जांच का निवेदन किया
है। गौरव सिंह का कहना है कि न्यायिक जांच से न ही मुन्ना बजरंगी के
परिवार और न ही प्रदेश की जनता सन्तुष्ट है प्रदेश की जनता यह कि यह जानने
की इच्छुक है कि यह हत्या किसके सहयोग, किसके समर्थन व किसके वरदहस्त से की
गयी तथा उक्त षड्यन्त्र के रहस्यों से परदा उठना सी0बी0आई0 जांच से ही
सम्भव है।