जौनपुर। सरकार भले ही स्वच्छता अभियान चलाकर लोगों को निरोग बनाने का दावा कर रही है कितु उसका यह दावा जिले के अधिकांश ब्लाकों में ध्वस्त होता दिखाई पड़ रहा है। आलम यह है अधिकांश गांवों की सड़कें, नालियां तथा सार्वजनिक स्थलों पर हफ्तों, महीनों तक सफाई कर्मियों द्वारा सफाई न किए जाने से लोगों को भारी दुश्वारियां उठानी पड़ रही हैं बावजूद इसके सफाई कर्मी कहीं दिख नहीं रहे हैं। मछली शहर ब्लाक क्षेत्र के जमुहर, कोटवा, कादनपुर, कौरहां, भरहूपुर, दाउदपुर, चैलहां, सराय युसुफ आदि गांवों में तो सफाई व्यवस्था ही ध्वस्त होकर रह गई है। इन गांवों के ग्रामीण अपने स्तर से कुछ सफाई जरूर करते हैं कितु सफाई कर्मी तो हफ्तों, महीनों बाद ही नजर आते हैं कितु वह भी आंख मूंद कर निकल लेते हैं। गांवों में सफाई व्यवस्था कब सुधरेगी यह तो विभागीय अधिकारी व प्रधान ही बता सकते हैं कितु जिस तरह से स्वच्छता अभियान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं वह निश्चित तौर पर सरकार के दावे का पोल खोलने के लिए काफी हैं। सफाई कर्मियों की शिकायत सम्बन्धित अधिकारियों से किये जाने पर कार्यवाही नहीं की जाती। बड़ी संख्या में सफाई कर्मी सांसद विधायक तथा सत्ताधारी दल के नेताओं की पैरवी की वजह से अपनी नौकरी कर वेतन ले रहे है । अधिकारी भी चाहकर उनके खिलाफ कार्यवाही नहीं कर पाते।
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