स्कूल खुलने का समय करीब, नहीं आयी किताबें
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जौनपुर। बेसिक शिक्षा विभाग प्राथमिक स्कूलों में शैक्षणिक स्तर बेहतर बनाने के लिए तमाम कोशिशें करने का दावा भले करता है पर हकीकत इतर है। अप्रैल से शुरू हो चुके नए सत्र में फिर पढ़ाई शुरू होने के लिए महज आठ दिन बाकी है पर अभी तक किताबें नहीं आई हैं। बैग आ चुके हैं पर बीआरसी में डंप हैं। उनको दो माह में स्कूलों तक नहीं पहुंचाया जा सका है। इससे वितरण की हालत समझी जा सकती है। बच्चे बैग व नई किताबों को लेकर उत्साह भरे रहते हैं पर अनदेखी से दिक्कतें तय हैं। प्राथमिक शिक्षा की तैयारियों पर अफसरों की लापरवाही बड़ा रोड़ा है। प्रदेश सरकार ने बेसिक शिक्षा में भी शैक्षिक सत्र की शुरुआत एक अप्रैल से निर्धारित की थी। इसके तहत विद्यालय पहली अप्रैल से खुल गए थे। पढ़ाई भी होती रही लेकिन बच्चों को पुरानी किताबों से पढ़ाई शुरू करनी पड़ी। अभी तक नई किताबें उनको नहीं मिल सकी हैं। साथ में ड्रेस की धनराशि एसएमसी खातों में और बैग बीआरसी तक पहुंच पाए हैं। बैग वितरण के पहले नमूना जांच की कार्रवाई चल रही है। जून तक यह कार्य पूरा होने पर जुलाई में वितरण होने की आस है पर समय निर्धारित नहीं है। हालांकि यह बैग भी सिर्फ नए आने वाले बच्चों को ही मिलेंगे। जूता-मोजा, फर्नीचर व किताबों के लिए अभी तक महज टेंडर व खरीद आदेश हुए हैं लेकिन अमलीजामा नहीं पहनाया जा सका है। इस बार बैग वितरण कार्य में परिवर्तन हो गया है। कक्षा एक और छह वाले बच्चों को ही बैग वितरित किए जाएंगे। इसी तरह कक्षा दो, तीन, चार, पांच, सात और आठ के बच्चों को नई किताबें नहीं दी जाएंगी। विभाग के अधिकारी कहते हैं कि तकरीबन सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। जुलाई में स्कूल खुलने के पहले परिसर व शौचालय की सफाई के साथ बैग, ड्रेस, किताब, जूता और मोजा वितरण कराने के आदेश खंड शिक्षा अधिकारियों को दिए जा चुके हैं। दो जुलाई से इसकी शुरुआत हो जाएगी। इसके साथ बच्चों को हाथ धुलने व समुचित पेयजल की व्यवस्था कराने के निर्देश भी दिए हैं।