आसमान से बरसा राहत, गर्मी से मुक्ति
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जौनपुर। लंबे इंतजार के बाद मेघ मेहरबान हुए तो आसमान से राहत की बूंदे गिरीं। कल शाम से शुरू हुआ बारिश का सिलसिला बुधवार को जारी रहा लेकिन गर्मी से बिलबिला रहे लोगों ने मौसम के इस बदलाव से सुकून की सांस जरूर ली है। देखा जाए तो जून के महज तीन दिन ही शेष बचे हैं। अब तक का जो मौसम रहा पिछले दिनों एक दो बार की हल्की बूंदाबांदी को छोड़ दिया जाए तो बाकी का मौसम तेज धूप, लू व प्रचंड गर्मी के बीच बीता। हर किसी को बारिश का इंतजार था। बादल तो आते-जाते रहे, लेकिन बारिश हुई नहीं तो गर्मी का प्रकोप और बढ़ता गया। कल दोपहर तक लोग उमस भरी गर्मी से बेहाल रहे। लेकिन दूसरे पहर आसमान काले-भूरे बादलों से पट गया। आसपास के ग्रामीण इलाकों के साथ ही शहर में भी लोगों को बारिश का मजा मिला। शुरुआत में पहले कुछ देर तक तेज हवाएं चली। इसी के साथ बूंदाबांदी शुरू हो गई और कुछ ही देर बाद बारिश तेज हुई तो मौसम भी ठंडा हो गया। हालांकि जिस तरह से बादल छाए थे तो लोगों को यही उम्मीद थी कि पानी तेज बरसेगा पर कुछ देर बाद बारिश थम गई। हां इतना जरूर है कि मौसम ठंडा होने से प्रचंड गर्मी से जूझ रहे लोगों को राहत जरूर मिली। उधर किसान भी बारिश न होने से मायूस हो रहे थे। इस बारिश से उनकी उम्मीदें बंध गई हैं किसानों का कहना है कि सूखी जमीन होने से जुताई का काम अभी शुरू नहीं हो पाएगा। इसी तरह बारिश होती रही तो किसानी का काम शुरू हो जाएगा। सफाई व्यवस्था को लेकर दावे तो खूब किए जा रहे हैं। लेकिन जिस तरह से बारिश में कई स्थानों पर जलभराव हो गया उससे दावों की सच्चाई भी सामने आ गई है। शहर के कई मोहल्ले बारिश का पानी काफी देर तक जमा रहा। लोगों का कहना है कि नालियों में ठीक से बहाव न होने से पानी का भराव रहा। इससे लोगों को आवागमन में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। बताते हैं कि कई स्थानों पर आसपास फैला कचरा नालियों में ही समा गया। इससे बहाव की गति धीमी होने से जलभराव की स्थिति बनी रही।