देश में बैंक घोटाला रूकने का नाम नही ले रहा है। आज एक और बैंक घोटाला सामने आया है। एचडीएफसी बैंक गौराबादशाहपुर की शाखा के उपभोक्ता राजू को 12 लाख 67 हजार रूपये, सुहेल अहमद गौराबादशाहपुर को चार लाख 92 हजार रूपये, अबुशाद चोरसण्ड को चार लाख 93 हजार , अब्दुल हलील चोरसण्ड को दस लाख 81 हजार , अखिलेश चार लाख 88 हजार , मो0 अली को आठ लाख 66 हजार रूपये, दरखशा खातून चोरसण्ड को नौ लाख 25 हजार त्रिभुवन जायसवाल बंजारेपुर को पांच लाख रूपये , जुनैद अहमद गौराबादशाहपुर को एक लाख 60 हजार, विपिन कुमार बंजारेपुर डेढ़ लाख , मो0 हसनयन बंजारेपुर को एक 55 हजार , मो0 आरिफ चोरसण्ड छह लाख चालिस हजार , सीमा सोनकर बंजारेपुर तीन लाख 22 हजार , निसार अहमद चोरसण्ड को 2 लाख 76 हजार रूपये , लोकप्रिय जायसवाल दस लाख और दुर्गेश प्रजापति बंजारेपुर को दस लाख रूपये का लोन दिया जाना पाया गया है। ये सभी खाताधारको का आरोप है कि मैने बैंक से एक पैसा भी लोन नही लिया । जब हमारे खातो से किसी के खाते से प्रतिमाह पांच हजार किसी के खाते से छह हजार कटने का मैसेज मोबाईल पर आना शुरू हुआ तो हम लोग बैंक मैनेजर से बात किया तो उन्होने कहा कि यह सर्वर की गड़बड़ी है जल्द ही ठीक हो जायेगा।
बैंक द्वारा ठगे गये ग्राहको ने बताया कि कुछ दिनों पहले बैंक मैनेजर फिरोज रिजवी द्वारा उनसे खाते में हुई गड़बड़ी को ठीक करने के नाम पर ब्लैंक चेक पर साइन करवा कर ले लिया गया। कुछ दिनों बाद किसी के खाते से 5 हजार किसी का 6 हज़ार आदि कटने लगे। इसपर उन लोगो ने ब्रांच मैनेजर से कम्प्लेन की तो मैनेजर ने सर्वर की गड़बड़ी बताते हुए फर्जी स्टेटमेंट थमा दिया। जब दोबारा पैसे कटे तो इन लोगो ने मेन ब्रांच जौनपुर में शिकायत की। उक्त मामले में बार बार कम्प्लेन देने के बाद भी जब कोर्इ कार्यवायी नही हुई तो आजिज ग्राहको ने बुधवार को ग्रामप्रधान सुजीत कुमार जायसवाल के नेतृत्व में बैंक के मुख्य द्वार पर प्रदर्शन किया तथा बैंक कर्मियों को बैंक खोलने से मना कर दिया। सूचना पर पहुंचे थानाध्यक्ष उदयप्रताप सिंह ने लोगो को समझाने का प्रयास किया पर लोग नही माने। अंत मे वाराणसी से आये बैंक अधिकारी अनुराग कुमार ने लोगो को बताया कि मामले की काफी तेजी से कार्यवाही की जा रही है तथा बहुत जल्द ही आप लोगो का पैसा रिकवर किया जाएगा। अधिकारी के आश्वाशन पर लोगो का गुस्सा शांत हुआ।
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