दूल्हा नही गिन पाया रूपया तो दुल्हन ने ससुराल जाने से किया इंकार
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जौनपुर। शादी के बाद कोहबर में रस्म अदायगी के दरम्यान कन्या पक्ष द्वारा दुल्हे को नोट गिनने के लिए दिया गया। दूल्हा रूपया नही गिन पाया तो दुल्हन उसे अपनढ़ और मंदबुध्दि होने का आरोप मढ़कर ससुराल जाने से इंकार कर दिया। उधर यह बात जब घर के बाहर पहुंची तो गुस्साएं घरातियों ने दुल्हा समेत सभी बारातियों को बंधक बना लिया। पूरी रात पंचायत चली लेकिन नतीजा सिफर निकला। यह मामले पुलिस तक पहुंची तो पुलिस गांव में पहुंचकर बारातियों को बंधक से मुक्त कराकर दोनो पक्षो को थाने पर बुलाकर मामले को रफादफा करा दिया। लेकिन दूल्हा बगैर दुल्हन के वापस चला गया।
गुरूवार की रात सरायखाजा थाना क्षेत्र के हमजापुर गांव के निवासी लालबहादुर यादव के पुत्र अनिल यादव की बारात लाइनबाजार थाना क्षेत्र के परानापट्टी गांव के निवासी जमुना प्रसाद यादव के घर पर आयी थी। गांजेबाजे के साथ द्वारचार लगा, जायमाल का कार्यक्रम पूरा होने के बाद वैदिक मंन्त्रोचारण के बीच दुल्हा दुल्हन ने सात फेरे लेकर सात जन्मो तक साथ रहने की कस्मे खाई। शादी के बाद दुल्हा दुल्हन कोहबर में रस्म अदा करने पहुंचे। इस दरम्यान वर पक्ष की महिलाओ द्वारा दुल्हे को कुछ रूपये देकर गिनने को कहा गया। दुल्हा रूपयो को गिन नही पाया। इतने में दुल्हन समेत मौके पर मौजूद अन्य महिलाएं उसे अनपढ़ और मंदबुध्दि बताने लगी। जिसके कारण दुल्हन उसके साथ ससुराल जाने से साफ इंकार कर दिया। यह बात घर के अन्य सदस्यो को हुई तो दुल्हा समेत सभी बारातियों को बंधक बनाकर दहेज और शादी खर्च हुए रूपये मांग करने लगे। पूरी रात दोनो पक्षो में पचायत हुई लेकिन कोई हल नही निकल पाया। दोपहर में इसकी सूचना थाने पहुंची तो पुलिस मौके पर पहुंचकर बारातियों को मुक्त कराने के बाद दोनो पक्षो को थाने लाकर सुलह समझौता कराकर 23 हजार रूपये के गहने और 13 हजार रूपये नगद दुल्हन पक्ष को दिला दिया।
गुरूवार की रात सरायखाजा थाना क्षेत्र के हमजापुर गांव के निवासी लालबहादुर यादव के पुत्र अनिल यादव की बारात लाइनबाजार थाना क्षेत्र के परानापट्टी गांव के निवासी जमुना प्रसाद यादव के घर पर आयी थी। गांजेबाजे के साथ द्वारचार लगा, जायमाल का कार्यक्रम पूरा होने के बाद वैदिक मंन्त्रोचारण के बीच दुल्हा दुल्हन ने सात फेरे लेकर सात जन्मो तक साथ रहने की कस्मे खाई। शादी के बाद दुल्हा दुल्हन कोहबर में रस्म अदा करने पहुंचे। इस दरम्यान वर पक्ष की महिलाओ द्वारा दुल्हे को कुछ रूपये देकर गिनने को कहा गया। दुल्हा रूपयो को गिन नही पाया। इतने में दुल्हन समेत मौके पर मौजूद अन्य महिलाएं उसे अनपढ़ और मंदबुध्दि बताने लगी। जिसके कारण दुल्हन उसके साथ ससुराल जाने से साफ इंकार कर दिया। यह बात घर के अन्य सदस्यो को हुई तो दुल्हा समेत सभी बारातियों को बंधक बनाकर दहेज और शादी खर्च हुए रूपये मांग करने लगे। पूरी रात दोनो पक्षो में पचायत हुई लेकिन कोई हल नही निकल पाया। दोपहर में इसकी सूचना थाने पहुंची तो पुलिस मौके पर पहुंचकर बारातियों को मुक्त कराने के बाद दोनो पक्षो को थाने लाकर सुलह समझौता कराकर 23 हजार रूपये के गहने और 13 हजार रूपये नगद दुल्हन पक्ष को दिला दिया।