अराजकता का पारा चढ़ने से बढ़ी असुरक्षा , जनता दहशत में
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जौनपुर। जिले में गर्मी के साथ अराजकता और अपराधों का पारा जिस हिसाब से बढ़ता जा रहा है वह आम लोगों के लिए चिन्ता का विषय है। पुलिस की निष्क्रियता और मनमानी के कारण लोगों को राहत नहीं मिल पा रहा है। आये दिन लूट, गुण्डा टैक्स वसूली, चोरियां आम होती जा रही है। पुलिस रूपये के लिए मकानों पर कब्जा कराने में रिकार्ड बना रही है और कार्यवाही के नाम पर खाना पूर्ति की जा रही है। इससे लोगों में अपने सम्पत्ति के प्रति असुरक्षा की भावना बढ़ती जा रही है। आलम यह है कि उच्चाधिकारियों के निर्देश का पालन न करके थानाध्यक्ष मनमानी करने से बाज नहीं आ रहे है और जानकारी होने पर अधिकारी सम्बन्धित के खिलाफ कार्यवाही करने मंे आने आप को मजबूर महसूस कर रहे है। कारण चाहे राजनैतिक दबाव हो अथवा अन्य यह रवैया आम लोगों के लिए नासूर साबित हो रहा है। बढ़ते अपराध और पुलिस के मनमाने रवैये के कारण भाजपा सरकार की शाख पर बट्टा लग रहा है और गरीबों को न्याय मिलना टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। कई चिकित्सक जहां गुपचुप गुण्डा टैक्स दे रहे है वहीं एकाध मामला जगजाहिर जाता है। कार्यवाही होती है लेकिन यह रवैया बन्द नहीं होता। बदलापुर के किराना व्यवसायी से रंगदारी मांगकर अपराधियों ने पुलिस को खुली चुनौती दिया है। चाहे समाधान दिवस हो या थाना दिवस पीड़ितों की भीड़ उमड़ती है लेकिन पांच प्रतिशत भी मामले नहीं निपट पाते। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के कार्यालय में भी निरंन्तर पीड़ित पहुंचते रहते है लेकिन उनकी समस्या का निराकरण नहीं हो पाता है। अब इसके लिए चाहे जो जिम्मेदार हो लेकिन समस्याग्रस्त आदमी अपने आप में त्रस्त है और सरकार को कोस रहा है। लोगों का कहना है कि पब्लिक अपनी खुन्नस आगामी चुनाव में निकालने से नहीं चूकेगी।