धन के अभाव में शहीद स्मारक अधूरा
https://www.shirazehind.com/2018/06/blog-post_153.html
जौनपुर। केराकत तहसील के सेनापुर गांव में बने शहीद स्मारक धन के अभाव में केवल पिलर तक ही सीमित रह गया है । जिसे देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि , शहीदों के बलिदान का उपहास उड़ाया जा रहा है। वह केवल पिलर तक ही सीमित है । निर्माणाधीन स्मारक के पास लोहे के सिक्कड़ लगाए गए थे, वह भी अराजक तत्वों ने गायब कर दिया ।ग्रामीणों ने कई बार जनप्रतिनिधियों को शहीद स्मारक के जीर्णोद्धार के सम्बंध में पुस्तकालय से लेकर फौबारे एवं सुंदर तालाब तक के लिए इसकी गुहार लगाई परंतु इस पर किसी का ध्यान आज तक आकर्षित नहीं हुआ । इस स्मारक के स्थान पर सन 1857 में 23 स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को एक साथ फांसी दी गई थी, परंतु शिलापट्ट पर केवल 15 लोगों का ही नाम लिखा गया है। इस स्मारक के अंदर फैली गंदगी से यह तो जरूर कहा जा सकता है कि ,शहीदों का केवल माखौल उड़ाया जा रहा है और इसके लिए सुधार के लिए कोई भी आला अफसर या जनप्रतिनिधि आगे नहीं आ रहा है । इसके जीर्णोद्धार के लिए समाजसेवी विनोद कुमार विधायक से लेकर सांसद, मंत्री, राज्यपाल ,मुख्यमंत्री तक को ज्ञापन दे चुके हैं एवं प्रशासनिक अधिकारियों को भी इस संबंध में अवगत करा चुके हैं परंतु अभी तक कोई शासन व प्रशासन का कोई अधिकारी व मंत्री विधायक सक्रिय नहीं हुआ अब देखते है इस स्मारक के जीर्णोद्धार के लिए शासन-प्रशासन कब तक अपनी आंखें खोलता है।