दुर्घटना के इंतजार में नहीं बन रही टूटी रेलिंग
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जौनपुर। जिले के मड़ियाहूं तहसील क्षेत्र से मात्र पाँच किलोमीटर की दूरी पर स्थित बसुही नदी पर बने पुल की हालत इन दिनों जर्जर हो गयी है। पिछले एक वर्ष से पुल की रेलिंग टूटी है लेकिन इसकी सुधि लेने वाला कोई नहीं है। मजे की बात तो यह है कि जनप्रतिनिधियों, आलाधिकारियों का आवागमन भी इधर से ही होता है बावजूद इसके व्यवस्था सुधरने का नाम नहीं ले रही है। भदोही, मिर्जापुर, सोनभद्र, जौनपुर को जाने वाला भी यह मुख्य मार्ग भी है। ज्ञात हो कि बसुही नदी पर बने पुल की रेलिंग एक वर्ष से टूटी हुई है। इसके चलते कई छोटी दुर्घटनाएं हुई है जिसमें लोग जख्मी हुए है लेकिन शायद शासन-प्रशासन को किसी बड़ी दुर्घटना का इंतजार है। हैरत की बात यह है कि यह पुल राष्ट्रीय राजमार्ग को जोड़ती है और यहां से सैकड़ों ट्रक, वाहन गुजरते हैं। भदोही, मिर्जापुर, सोनभद्र, जौनपुर को जाने वाला भी यह मुख्य मार्ग है। कई बार इसी जगह एक हादसे हुए है लेकिन मामला बड़ा न होने की वजह से किसी ने इस पर ध्यान नहीं दिया। इस मामले में क्षेत्र के आधा दर्जन ग्रामीणों ने कई बार प्रशासन को पत्र लिखकर पुल के जीर्णोद्धार करवाने की मांग की लेकिन परिणाम शून्य रहा। इतने व्यस्त मार्ग पर इस तरह से नदी के पुल की टूटी हुई रेलिंग को नजरअंदाज करना प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की लापरवाही है। सबसे ज्यादा इस मार्ग से निकलने वाले बड़े वाहनों के गुजरने से खतरा बना हुआ है। जमालापुर की तरफ पुल की शुरुआत होने की जगह पर बायें तरफ की रेलिंग पूरी तरह से ध्वस्त है। इससे सामान लदे ट्रक जैसे ही पुल पर आगे बढ़ते हैं, हिचकोले खाते हैं। जंप लेने से पुल पर अधिक लोड पड़ रहा है। किसी भी दिन कोई बड़ा हादसा हो सकता है। इस पुल से कई जिलों का आवागमन होता है। यहां तक की प्रतिदिन क्षेत्रीय विधायक भी उसी पुल से गुजरते हुये क्षेत्र में भ्रमण को जाती है। लोगों की जान का खतरा ज्यादा बना हुआ है। इस संबंध में विधायक डॉ. लीना तिवारी ने कहा कि इस पुल के जीर्णोद्धार के लिए शासन को पत्र भेजा गया था। एक सप्ताह पूर्व स्वीकृति मिली है जल्द ही निर्माण कार्य शुरु कराया जाएगा।