स्मैक तबाह कर रही युवकों की जिन्दगियां
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जौनपुर। जिले में स्मैक का कारोबार खूब फल-फूल रहा है। स्मैक के कारोबारी युवाओं को इसकी लत लगवाकर उनकी जिदगी तबाह कर रहे हैं। आये दिन पुलिस लोगों को स्मैक के साथ पकड़कर जेल भेजती है लेकिन स्मैक की खेप जिले में कहां से आ रही है इसका जवाब पुलिस के पास नहीं है। पिछले पांच सालों के बीच जिले में स्मैक का कारोबार तेजी से बढ़ा है। बताते है कि स्मैक प्रमुख रूप से जहांगीाबाद, हुसैनाबाद, भण्डारी, ओलन्दगंज आदि मोहल्लों में बेचा जाता है। कुछ लोग यहां से स्मैक खरीदकर नगर के कई मुहल्ले में धड़ल्ले से बेच रहे हैं। स्मैक कारोबारी युवा वर्ग को इसकी लत लगवाकर उनकी जिदगी तबाह कर रहे हैं। युवा वर्ग गलत संगति में पड़कर पहले सिगरेट फिर गांजा व भांग के बाद स्मैक तक पहुंचता है। पहले स्मैक कारोबारी कम दामों पर युवाओं को स्मैक मुहैया कराकर आदत खराब करते हैं। एक बार स्मैक की लत पड़ने के बाद इससे पीछा छुड़ाना मुश्किल हो जाता है। जिसका भरपूर फायदा उठाकर स्मैक कारोबारी मुंहमांगा दाम वसूल करते हैं। स्मैक की दुर्गंध आसानी से छुपाई जा सकती है। इसलिए शुरुआत में नशाखोरी करने वाले कमजोर वर्ग के युवा शराब व बियर की जगह स्मैक को तरजीह देकर इस जाल में फंस जाते हैं। खास बात तो यह है कि पुलिस प्रशासन सब कुछ जानते हुए भी स्मैक कारोबारियों पर हाथ डालने से कतरा रहा है। जिले में स्मैक बेचने वालों को इसकी आपूर्ति कहां से की जाती है, इसकी जानकारी पुलिस को होने के बावजूद आरोपियों के गिरेबां पर हाथ डालना मुनासिब नहीं समझ रही है।